सिटी पोस्ट लाइव :कोरोना के संक्रमण के खतरे से जहाँ एक तरफ सोशल डिस्टेंसिंग की बात की जा रही है, वहीं दुष्कर्मी गैंगरेप की वारदात को अंजाम देने से थोडा भी नहीं हिचक रहे.बिहार के जमुई जिले से एक ही गांव के मनचलों द्वारा गांव की सातवीं कक्षा की छात्रा के साथ गैंगरेप किये जाने का मामला सामने आया है.मनचलों ने युवती को हथियार के बल पर उस समय अगवा कर लिया हब वह 10 जुलाई को हमेशा की तरह घर से बाहर चापाकल पर कपड़ा धोने गई थी.इसी दौरान गांव के चंदन, गुलशन राज, रोहित कुमार ने उसे बाइक पर बैठा लिया और सिकंदरा की तरफ ले जाने लगा.
जब लड़की ने विरोध किया तो लड़कों ने हथियार सटाकर उसे जान से मारने की धमकी दी. उसके बाद वे लोग उसे शेखपुरा जिला अंतर्गत करंडे थाना क्षेत्र के कुरमुरी गांव ले गए और उसके साथ दो दिनों तक पांच लोगों ने मिलकर दुष्कर्म किया. पीड़िता उसमें दो युवकों को नही पहचानती है. विरोध करने पर पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी जाती थी. घटना जिले के चंद्रदीप थाना क्षेत्र के एक गांव में शुक्रवार को हुई है. लेकिन मामले का खुलासा मंगलवार को हुआ.
दो दिन के बाद आरोपियों ने पीड़िता को रामगढ़ चौक (लखीसराय) से पश्चिम सुनसान जगह पर छोड़ दिया और भाग गए. इसके बाद वह किसी तरह अपने रिश्तेदार के घर कछेना पहुंची. वहां से पिता लड़की को लेकर चंद्रदीप थाने गए. पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि चंददीप थाना प्रभारी विजय कुमार आरोपी गुलशन राज से पीड़िता की शादी करने का दबाब दे रहे थे. जब परिजनों ने इनकार किया तो उन्होंने केस लेने से इंकार कर दिया. इसके पीड़िता महिला थाना गयी जहां से उसे वापस चंद्रदीप थाना जाने को कहा. आखिरकार एसडीपीओ जमुई रामपुकार सिंह की पहल पर पीड़िता का मामला महिला थाने में दर्ज किया गया। हालांकि चंद्रदीप थाना प्रभारी का कहना है कि महिला से संबंधित मामला होने के कारण महिला थाना भेजा गया था. शादी का दबाव डालने का आरोप बेबुनियाद है. एसडीपीओ राम पुकार सिंह ने कहा कि उनके संज्ञान में मामला आने के बाद तुरत कारवाई की गई है.मामला महिला से संबंधित है इसीलिए हमने महिला थाना में उसे भेजते हुए पदाधिकारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
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