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कोरोना संक्रमण की कड़ी तोड़ने में होम आइसोलेशन अहम, मरीजों का बढ़ाएं हौसला

कोरोना संक्रमित मरीजों से शारीरिक दूरी आवश्यक, दिलों की दूरी नहीं

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सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या जिले में लगातार बढ़ती जा रही है जो अब बढ़कर 500 से भी ज्यादा हो गई है। वही पिछले 1 सप्ताह में शहरी क्षेत्र में 25 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं समुदाय में फैलाव होने से सभी लोग दहशत में हो गए हैं। ऐसी घड़ी में सरकार के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने जिला पदाधिकारी तथा सिविल सर्जन को पत्र लिखकर कोरोना संक्रमित मरीज के लिए होम आइसोलेशन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। जो मरीज प्रिसिंप्टोमेटिक हैं यानी जिस मरीज में लक्षण माइल्ड या ना के बराबर है वह लोग घर पर अपना इलाज करवा सकते हैं।

होम आइसोलेशन कैसे करें:

होम आइसोलेशन के लिए मरीज डॉक्टर से सही सलाह लेने के बाद अपना इलाज घर पर शुरू करवा सकते हैं घर पर सेल्फ आइसोलेशन और परिवार के सदस्य को भी क्वॉरेंटाइन करने की सुविधा होनी चाहिए होम आइसोलेशन में मरीज को हमेशा ट्रिपल लेयर मास्क पहन रखना है जिसे 8 घंटे या मास्क के गंदा गीला होने के बाद नष्ट कर देना चाहिए। मास्क को नष्ट करने के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइट से डिसइनफेक्ट करना ना भूलें नहीं तो संक्रमण फैलाने वाला मास्क वायरस को फैला सकता है।

14 दिनों के उपरान्त समाप्त हो जाएगा होम आइसोलेशन:

जारी दिशानिर्देश में बताया गया है कि होम क्वारंटाइन में रह रहे मरीजों को सैंपल एकत्र होने के 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहना होगा. अगर उनमें कोई नए लक्षण नहीं नजर आते हैं तो 14 दिनों के उपरान्त उनका होम आइसोलेशन समाप्त हो जाएगा.

हाथों की सफाई का रखना होगा ख्याल:

हाथों को 40 सेकंड तक अच्छे से धोना है या फिर एल्कोहल बेस्ड सेनीटाइजर हाथों को सैनिटाइज करना है मरीज को घर के बुजुर्ग या परिवार के सदस्य के संपर्क में नहीं चाहिए और अपने निर्धारित कमरे में ही रहना है मरीज के साथ एक केयरटेकर 24 घंटे रहे जो जिला सर्विलांस ऑफिसर को अपडेट करता रहे।

मरीज के संपर्क में आने पर बरतें सावधानी:

मरीज के संपर्क में आने के बाद हाथों को साबुन से 40 सेकंड तक धोना चाहिए मरीज के साथ फिजिकल डिस्टेंसिंग 2 गज की दूरी बनाए रखना चाहिए डिस्पोजल ट्रिपल लेयर मास्क पहनना और प्रॉपर हाइजीन करने जैसी सभी सावधानी बरतनी है मरीज के निकले ओरल या रेसपेक्ट्री से सीधे संपर्क में नहीं आना है। मरीज को कॉमन आइटम जैसे डोरलॉक, मोबाइल को नहीं छूना चाहिए अगर मरीज छूते हैं तो उसे सोडियम हाइपोक्लोराइट से साफ करें मरीज को अगर सीवीयर लक्षण महसूस हो जैसे सांस लेने में कठिनाई, छाती पर दबाव या दर्द महसूस, होठों का फटना, मानसिक श्रम खड़े होने में दिक्कत जैसे लक्षण महसूस हो तो तुरंत अपने उपचार कर रहे हैं मेडिकल ऑफिसर को बतानी चाहिए।

होम आइसोलेशन में रहने पर करें इन नियमों का करना होगा पालन:

• हमेशा ट्रिपल लेयर मास्क का प्रयोग
• मरीज के लिए अलग कमरा एवं बाथरूम
• निर्जलीकरण से बचाव के लिए ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन
• हाथों की साबुन अथवा सैनीटाईजर से लगातार सफाई
• निजी इस्तेमाल के वस्तुओं को अलग रखना
• कमरे की नियमित साफ़ सफाई
• नियमित रूप से तापमान की जांच
• चिकित्सकों द्वारा दिए गए सभी निर्देश का अनुपालन.

मधुबनी से सुमित कुमार की रिपोर्ट

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