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सीएम से मिली ममता, कहा बिना दस्तावेज के ढोए जा रहे हैं कोयला और आयरन

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सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: जिले में बिना माइनिंग चालान के कोयला और आयरन ओर की ढुलाई हो रही है। इस मुद्दे को विधायक ममता देवी ने अब राजनीतिक रंग दे दिया है। उन्होंने इस अवैध कार्य को लेकर सीधे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शिकायत की है। ममता देवी ने शुक्रवार को कहा कि गोला, मायल, बरकाकाना और भुरकुंडा रेलवे साइडिंग इन अवैध कार्यों के लिए बड़ा क्षेत्र बन गया है। इन रेलवे साइडिंग पर हाईवा और अन्य गाड़ियों से बिना किसी वैध कागज के धुलाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि अक्सर प्रशासन इन चीजों को नजरअंदाज कर रहा है। जो किसी भी कीमत पर सही नहीं है।
मुख्यमंत्री से विधायक की यह शिकायत साफ इशारा कर रही है कि  जिला प्रशासन और पुलिस की मिलीभगत से यह कारोबार चल रहा है। बड़े पैमाने पर बिना माइनिंग चालान और अन्य वैध कागजातों के बिना भारी वाहनों को ओवरलोड कर कोयला और आयरन ओर की ढुलाई की जा रही है। इससे की राज्य सरकार को बड़े पैमाने पर राजस्व का नुकसान हो रहा है। साथ ही क्षेत्र में वायु प्रदूषण की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। जानकारी देने के बाद भी जिला प्रशासन इस पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए है। विधायक ने मुख्यमंत्री से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय टीम गठित कर जांच करने की मांग की है।
विधायक की शिकायत से पहले ही हरकत में आए अधिकारी
एक तरफ विधायक इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात कर रही थी। वहीं इसकी भनक जिला प्रशासन को लग चुकी थी। सीएम से शिकायत से पहले ही अधिकारी हरकत में आ गए। गोला, भुरकुंडा, चितरपुर और अन्य प्रखंडों में छापेमारी अभियान भी शुरू कर दी। गोला थाने में सात हाईवा भी पकड़ा गया जिस पर पत्थर लदा हुआ था। जिला खनन पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार सिंह की यह कार्रवाई अपनी खामियों को छुपाने के लिए की जा रही थी।
लगातार विवादों में रहे हैं जिला खनन पदाधिकारी
जिला खनन पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार सिंह लगातार विवादों में रहे हैं। चाहे वह अवैध कोयले का कारोबार हो या अवैध खनन का। ईंट भट्ठा के संचालन में भी इनकी भूमिका काफी संदिग्ध रही है। यहां तक कि बालू की तस्करी पर भी इनकी भूमिका बेहद संदेहास्पद तरीके से सामने आई थी। अब विधायक ममता देवी ने जब रामगढ़ जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला है। इस स्थिति में उनके सीधे निशाने पर जिला खनन पदाधिकारी ही हैं। क्योंकि माइनिंग चालान और वह कागज उनके दफ्तर से जारी किए जाते हैं। अगर उनके द्वारा अपने कार्य में लापरवाही बरती जा रही है, तभी रेलवे साइडिंग तक कोयला, आयरन ओर और पत्थरों की धुलाई हो रही है।

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