कोरोना संक्रमण से सुरक्षा व लॉकडाउन में फंसे लोगों की सरकार कर रही है मदद.
अबतक बिहार सरकार प्रवासी मजदूरों पर खर्च कर चुकी है 8,538 करोड़ रूपये : अनुपम कुमार.
सिटी पोस्ट लाइव :आज हर रोज की तरह बिहार सरकार के सूचना संपर्क विभाग के प्रधान सचिव अनुपम कुमार ने विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये मीडिया को संबोधित किया.उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से सुरक्षा या लॉकडाउन में फंसे लोगों की सरकार ने हर संभव मदद की.लोगों को राहत पहुंचाने के लिए अबतक 8,538 करोड़ रूपये से अधिक की राशि खर्च की जा चुकी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क श्री अनुपम कुमार, सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह एवं अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में अद्यतन जानकारी दी.
सूचना एवं जन-संपर्क सचिव, अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को लेकर लगातार समीक्षा की जा रही है. सरकार द्वारा सभी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. कोरोना संक्रमण से बचाव एवं लॉकडाउन पीरियड को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा लोगों को अनेक प्रकार से राहत पहुंचाई गयी है. लोगों को राहत प्रदान करने में अभी तक 8,538 करोड़ रूपये से अधिक की राशि व्यय हुई है.
अनुपम कुमार ने बताया कि आज की तिथि में ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर्स की संख्या 4,106 है इनमें 93 हजार 217 लोग आवासित हैं. ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर्स में अब तक 15 लाख 22 हजार 582 लोग आवासित हो चुके हैं. इनमे से 14 लाख 29 हजार 365 लोग क्वारंटाइन की निर्धारित अवधि पूरा कर अपने घर वापस जा चुके हैं. मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के अंतर्गत लॉकडाउन के कारण बाहर फंसे बिहार के 20 लाख 90 हजार 355 लोगों के खाते में प्रति व्यक्ति 1,000 रूपये की सहायता राशि भेजी जा चुकी है. बाहर रहनेवाले बिहार के लोगों का अब तक 2.39 लाख कॉल्स/मैसेजज प्राप्त हुए हैं जिनमे 31 लाख 76 हजार लोग सम्मिलित हैं. अब लगभग सभी लोग बिहार पहुँच चुके हैं. इसलिए बाहर से लोगों के कॉल्स/मैसेजेज नहीं के बराबर आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और सभी संबंधित विभाग रोजगार सृजन को लेकर किये जा रहे कार्यों की निरंतर गहराई से अनुश्रवण कर रहे हैं. लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 4 लाख 52 हजार से अधिक योजनाओं के अंतर्गत 5 करोड़ 79 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.
सूचना एवं जन-संपर्क सचिन ने बताया कि इसके अलावा प्राकृतिक आपदा से किसानों की जो फसल क्षति हुई है, उसके लिए 730 करोड़ रूपये निर्गत किये गये हैं. असामयिक वर्षापात और ओलावृष्टि के कारण फरवरी, मार्च और अप्रैल महीने में किसानों की जो फसल हुई है, उसके लिए कृषि इनपुट अनुदान के तहत 730 करोड़ रूपये की राशि निर्गत की गयी है. इसमें से अब तक 466 करोड़ रूपये की राशि 14 लाख 01 हजार किसानों के खाते में अंतरित की जा चुकी है. शेष किसानों के आवेदनों का निष्पादन तेजी से किया जा रहा है और जांचोपरांत यथाशीघ्र कृषि इनपुट अनुदान की राशि प्रभवित किसानों के खाते में भेज दी जायेगी.
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक कुल 1 लाख 9 हजार 483 सैंपल्स की जांच की गयी है. अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5,583 हो गयी है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 219 नये पॉजिटिव मामले सामने आये हैं. 24 घंटे में 164 लोग स्वस्थ हुए हैं. अब तक कुल 2,934 कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर अपने घर वापस जा चुके हैं जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 52 प्रतिशत है.24 घंटे में एक 59 वर्षीय कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हुई है जो महाराष्ट्र से आये थे और वे हाइपरटेंशन, डायबिटीज जैसे अन्य कई बीमारियों से भी ग्रसित थें.
लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग लगातार अपनी टेस्टिंग क्षमता बढ़ा रहा हैं और अन्य जिलों में भी इसका विस्तार किया जा रहा हैं. विभाग के द्वारा आरएमआरआई, एआईआईएमएस, आईजीआईएमएस, पीएमसीएच, डीएमसीएच, एसकेएमसीएच में आरटीपीसीआर जांच की जा रही है. इसके अलावे सीबी नेट जांच भागलपुर में हो रहा है. साथ ही कई जिलों में ट्रूनेट मशीन से भी जांच की जा रही है. वर्तमान में कुल 32 जिलों कोविड-19 की जांच हो रही है, कल तक दो और जिले इसमें शामिल हो जायेंगे. आगामी 13 जून तक सभी जिलों में कोविड-19 की जांच प्रारंभ हो जाएगा.
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि होम क्वारंटाइन में रहने वाले लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है. डोर टू डोर स्क्रीनिंग में ऐसे व्यक्तियों की 14 दिनों तक मॉनिटरिंग भी की जा रही है. स्क्रीनिंग टीम प्रतिदिन प्रवासियों के घरों पर जाकर स्वास्थ्य की जानकारी ले रही है.ये देखा जा रहा है कि वे होम क्वारंटाइन की गाइडलाइन्स का अनुपालन कर रहे हैं या नहीं. साथ ही स्क्रीनिंग दल यह भी देख रहा है कि उनमें कोविड के लक्षण हैं अथवा नहीं. बाहर से आये हुए लोग होम क्वारंटाइन का दृढ़तापूर्वक अनुपालन करें और यदि कोविड-19 का लक्षण दिखाई दे तो उसे छुपाये नहीं बल्कि सर्वेक्षण दल को जरुर बताये ताकि ससमय जांच कराकर अनुवर्ती कार्रवाई की जा सके.
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि 1 जून 2020 से गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गयी नई गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है. 1 जून से अब तक कुल 19 एफआईआर दर्ज की गयी है और 39 लोगों की गिरफ्तारियां हुयी हैं. वहीं वाहन जांच के दौरान जुर्माने से 21 लाख 12 हजार 800 रूपये जुर्माने के रूप में वसूल किये गये हैं. कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नई दिशा निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं.
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