गोपालगंज हत्याकांड पर बोले डीजीपी- जिस दिन दबाव में काम करना पड़ेगा, छोड़ दूंगा नौकरी.
अपराधियों से न कभी समझौता किया और ना ही किसी के साथ जात-पात के आधार पर किया ,भेदभाव.
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय गोपालगंज तीहरे हत्याकांड को लेकर आज फेसबुक पर लाइव आये.उन्होंने इस हत्याकांड को लेकर चल रही राजनीति और पुलिस अनुसंधान और कारवाई को लेकर उठाये जा रहे सवालों का जमकर जबाब दिया.उन्होंने कहा कि कोई डीजीपी किसी केस या हत्याकांड का न तो खुद जांच करता है और ना ही इसकी जानकारी देता है.किसी भी अपराधिक मामले पपर एडीजी हेड क्वार्टर ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं.उन्होंने कहा कि कईबार एडीजी हेडक्वार्टर इस मामले पर प्रेस कांफ्रेंस कर चुके हैं.फिर भी सवाल किया जा रहा था कि इस मामले पर डीजीपी क्यों चुप हैं. सोशल मीडिया में तरह-तरह की अफवाहें उड़ाई जा रही हैं. अधिकांश लोग बिना जाने समझे कमेंट कर रहे हैं तो कुछ लोग जानबूझकर कर रहे हैं.
डीजीपी ने कहा कि उन्होंने फेसबुक लाइव कोई शौक से नहीं बल्कि उन्हें लाइव आने के लिए मजबूर कर दिया गया. उन्होंने कहा इसी बिहार में कई नरसंहार हुए हैं. कई बड़ी हत्याएं हुई हैं. लेकिन क्या किसी डीजीपी ने उसके बारे में खुद कभी जानकारी दी या प्रेस कांफ्रेंस किया.क्या कोई DGP केस का अनुसंधान करता है? लेकिन गोपालगंज का मुद्दा दूसरा रूप ले लिया है. इसलिए आज मुझे फेसबुक लाइव के माध्यम से आकर उसके बारे में लोगों को सच्चाई से अवगत कराना पड़ रहा है.
गौरतलब है कि गोपालगंज हत्याकांड को लेकर तेजस्वी यादव ने बार बार डीजीपी पर निशाना साधा था.उन्होंने यहां तक आरोप लगा दिया था कि डीजीपी को चुप रहने तक के लिए कहा है.आज उसी मुद्दे पर डीजीपी ने फेसबुक लाइव के माध्यम से लोगों को मामले की सच्चाई से अवगत कराते हुए मैने आज तक जात-पात के नाम पर किसी भी अपराधी को संरक्षण नहीं दिया.
उन्होनें कहा कि मैं 35 साल से पुलिस की नौकरी कर रहा हूं. दस जिलों में एसपी और 20 जिलों में बतौर आईजी-डीआईजी काम किया है. लेकिन आज तक मुझ जात दल मजहब संप्रदाय के नाम पर कभी भेदभाव करने का आरोप नहीं लगा.डीजीपी ने कहा कि मैनें अपनी नौकरी के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री रहे लालू यादव और राबड़ी देवी के साथ भी काम किया है और सीएम नीतीश कुमार के साथ भी काम किया है. हर वक्त मैनें पूरी इमानदारी से अपनी ड्यूटी निभायी है. सैकड़ों बार अपनी जान जोखिम में डालकर सांप्रदायिक झगड़ों को सुलझाया है. बिहार में मैने अब तक कई चुनाव करवाए हैं लेकिन इस दौरान मेरे उपर किसी पार्टी विशेष को मदद पहुंचाने या फिर किसी जात-जमात की मदद करने का भी कोई आरोप नहीं लगा है.
गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे कुछ लोगों को गलत सूचना देकर बरगलाया जा रहा है. जो लोग भी ये सूचना उन तक पहुंचा रहे हैं वे कभी उनके शुभचिंतक नहीं हो सकते. उन्होनें कहा कि सतीश पांडेय और निश्चित तौर पर अपराधी हैं. सतीश पांडेय के खिलाफ अब तक 45 केस दर्ज हुए हैं जिसमे चोरी से लेकर हत्या तक के गंभीर मामले हैं. उनके बेटे मुकेश पांडेय के खिलाफ भी कई केस दर्ज हैं.विधायक पप्पू पाण्डेय पर साजिश रचने और हत्या से पहले धमकी दिए जाने का आरोप है. पुलिस गोपालगंज मामले का अनुसंधान कर रही है.
डीजीपी नें बताया कि गोपालगंज मामले में ट्रिपल मर्डर केस में तो तीन लोगों की हत्या तो हुई ही लेकिन इसके एक दिन बाद ही एक दूसरे मामले में दो लोगों की हत्या कर दी गयी. इस हत्या को प्रतिशोध के तौर पर अंजाम देने की बात सामने आ रही है. ट्रिपल मर्डर कांड में जहां पीड़ित पक्ष जयप्रकाश चौधरी की तरफ से सतीश पांडेय, मुकेश पांडेय और विधायक पप्पू पांडेय पर केस किया गया तो ठीक इसके विपरीत दूसरे मामले में सतीष पांडेय के आदमी मारे गये जिसमें जयप्रकाश चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इन दोनों पक्षों को लेकर पुलिस पूरे मामले का अनुसंधान कर रही है.अनुसन्धान में दोषी पाए जाने पर किसी को नहीं बक्शा जाएगा.डीजीपी ने सरकार के दबाव में आकर पप्पू पाण्डेय की गिरफ्तारी नहीं किये जाने के आरोप पर कहा किउनके ऊपर कोई दबाव नहीं है.सरकार की तरफ से पुलिस को खुली छूट है.जिस दिन उन्हें दबाव में काम करना पड़ेगा.अपराधियों के साथ समझौता करने की नौबत आएगा उस दिन वो नौकरी छोड़ देगें.आजतक न किसी के दबाव में आया हूँ और ना ही आनेवाला हूँ.
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