कुल 2.70 लाख मतदाताओं वाले इस क्षेत्र में नौ प्रत्याशी मैदान में हैं.लेकिन असली लड़ाई आरजेडी और जेडीयू के बीच है.सबसे बड़ी बात ये है कि इस चुनाव को लेकर लालू नीतीश दोनों का राजनीतिक भविष्य दावं पर लगा हुआ है.
सिटीपोस्टलाईव: बिहार के जोकीहाट विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए सोमवार को मतदान संपन्न हो गया.मतदान के दौरान कहीं से किसी तरह की हिंसक झड़प की खबर नहीं है.आज 54 फीसदी लोगों ने अपना मत देकर यहाँ से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के साथ साथ प्रदेश के दो बड़े राजनेताओं लालू यादव और नीतीश कुमार के भाग्य का फैसला कर दिया.ये फैसला क्या है,वोटों की गिनती के बाद पता चलेगा.
सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाता पहुँच गए थे.गर्मी से बचने के लिए सुबह सुबह वोट गिरा देने के लिए मारामारी मची थी.मौसम अच्छा था इसलिए लम्बी कतार में खड़े होने के वावजूद भी लोगों के चहरे पर तनाव नहीं बल्कि विजय की मुस्कान थी. शाम चार बजे तक 48 फीसद वोट गिर चुके थे .और वोटिंग का समय समाप्त होते होते 54 फिसद वोट गिर गए थे.
कुल 2.70 लाख मतदाताओं वाले इस क्षेत्र में नौ प्रत्याशी मैदान में हैं.लेकिन असली लड़ाई आरजेडी और जेडीयू के बीच है.सबसे बड़ी बात ये है कि इस चुनाव को लेकर लालू नीतीश दोनों का राजनीतिक भविष्य दावं पर लगा हुआ है.बिहार का सबसे मुस्लिम बहुल ईलाके वाले इस विधान सभा उप चुनाव के नतीजे से ही साबित होगा कि आज की तारीख में लालू यादव का “माय समीकरण “ का करिश्मा बरकरार है या नहीं .और नीतीश कुमार के साथ आज पहले जैसे अल्पसंख्यक खड़े हैं या नहीं.
सिसौना के बूथ संख्या 89 पर पहुंचे राजद प्रत्याशी शाहनवाज आलम ने आरोप लगाया है कि प्रशासन मतदान के लिए वैध कागजात रहने पर भी आधार कार्ड मांग रहा है. यह मतदान के फीसद को कम करने की साजिश है. शाहनवाज ने इस मामले को लेकर हंगामा किया. उनके अनुसार ऐसा पूरे विधानसभा क्षेत्र में किया जा रहा है.आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष ने जेडीयू के ऊपर नोट के बल पर वोट खरीदने का आरोप लगाते हुए 80 हजार से भी ज्यादा वोटों के अंतर से जीत का दावा किया है.
इसी साल मार्च में जदयू विधायक सरफराज आलम के विधानसभा एवं पार्टी से इस्तीफा देकर आरजेडी के टिकट पर अररिया से सांसद चुने जाने के बाद जोकीहाट विधानसभा सीट खाली हुई थी.सरफराज के पिता मो. तस्लीमुद्दीन आरजेडी के सांसद थे, जिनका निधन पिछले साल सितंबर में हो गया था. पिता के निधन के बाद खाली हुई सीट से सरफराज आरजेडी के टिकट पर सांसद बने हैं.
जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र का गठन 1969 में हुआ था. तब से अबतक यहां 14 बार चुनाव हो चुके हैं, जिनमें नौ बार तस्लीमुद्दीन परिवार का कब्जा रहा है. पांच बार खुद मो. तस्लीमुद्दीन विधायक चुने गए हैं, जबकि चार बार उनके पुत्र सरफराज ने भी जीत दर्ज की है. आरजेडी ने अबकी तस्लीमुद्दीन के छोटे पुत्र शाहनवाज को प्रत्याशी बनाया है. जदयू की ओर से मुर्शीद आलम मैदान में हैं.
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