सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधान परिषद के 12 सदस्य अगले सोमवार से भूतपूर्व हो जायेगें. ये सभी माननीय सदस्य राज्यपाल कोटा से मनोनीत थे.इन सभी का कार्यकाल 23 मई 2020 को खत्म हो रहा है. 12 में से 2 सीटें पहले से खाली है और बाकी बचे 10 विधान पार्षद भी 23 मई के बाद भूतपूर्व हो जायेंगे. 6 मई को विधायक कोटा के 9, शिक्षक क्षेत्र से 4 और स्नातक क्षेत्र से चुनाव जीत कर आए 4 सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो चुका है. जिन सदस्यों का कार्यकाल 5 दिनों के बाद खत्म हो रहा उनमें कुछ को छोड़ अन्य विधान पार्षदों की वापसी की संभावना काफी कम है.
जिन माननीयों का कार्यकाल 23 मई को खत्म हो रहा है उनमें हैं- रामलषण राम ‘रमण’,विजय कुमार मिश्रा,राणा गंगेश्वर सिंह,जावेद इकबाल अंसारी,शिव प्रसन्न यादव,संजय कुमार सिंह,रामबचन राय,ललन कुमार सर्राफ,रणवीर नंदन और रामचंद्र भारती हैं. दरअसल चुनाव आयोग ने तीन अप्रैल 2020 को कोरोना संकट की वजह से विधान परिषद के शिक्षक, स्नातक और विधानसभा कोटा से होने वाले चुनाव को स्थगित किया था. शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए चार और स्नातक निवार्चन क्षेत्र के लिए चार सीटों पर चुनाव होना था. साथ ही विधानसभा कोटे से भी नौ सीटों के लिए भी चुनाव की प्रक्रिया सम्पन्न होनी थी.अब 23 मई को परिषद की 12 सीटें खाली हो रही हैं.इस तरह से बिहार विधान परिषद की 75 सीटों में से 29 सीटें खाली हो जायेंगी.
चुनाव स्थगित होने से जिन दिग्गज नेताओं का कार्यकाल इसी महीने समाप्त हुआ है उनमें, बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति रहे हारुन रशीद, जदयू के अशोक चौधरी, पी.के. शाही, सोनेलाल मेहता, सतीश कुमार और हीरा प्रसाद बिंद, बीजेपी के कृष्ण कुमार सिंह, संजय मयूख के अलावा राधामोहन शर्मा के नाम शामिल हैं. वहीं स्नातक निवार्चन क्षेत्र पटना से सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार, तिरहुत स्नातक क्षेत्र से निर्दलीय देवेशचंद्र ठाकुर, दरभंगा स्नातक क्षेत्र से जदयू के दिलीप चौधरी, कोसी स्नातक क्षेत्र से एन. के. यादव शामिल हैं.
शिक्षक निवार्चन क्षेत्र पटना से भाजपा के प्रो. नवलकिशोर यादव, तिरहुत शिक्षक क्षेत्र से भाकपा के प्रो. संजय कुमार सिंह, दरभंगा शिक्षक निवार्चन क्षेत्र से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा और सारण शिक्षक निवार्चन क्षेत्र से भाकपा के केदारनाथ पांडेय का नाम शामिल है.
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