संघीय ढांचे का सम्मान और राज्यों से उचित व्यवहार बहुत जरुरी : सुबोधकांत
सिटी पोस्ट लाइव, रांची: पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा है कि लोकतंत्र के साथ ही सांस्कृतिक विविधता, अलग-अलग राजनीतिक विचारधारा के लोगों का परस्पर सामंजस्य आदि हमारी मूलभूत पहचान है। सहाय ने मंगलवार को कहा कि इस परिप्रेक्ष्य में केन्द्र सरकार विशेषकर गृह मंत्री को संघीय ढांचे के सम्मान और सभी प्रदेशो के साथ उचित व सम्मानजनक व्यवहार को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिये। उन्होंने कहा कि कल राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गृहमंत्री अमित शाह के कार्य व्यवहार के संबंध में अपनी आपत्ति दर्ज कार्रवाई है और यह न्यायोचित होने के साथ एक गंभीर मामला भी है।
नब्बे के दशक में विकट परिस्थितियों के दौरान स्वतंत्र प्रभार के साथ केंद्रीय गृह राज्यमंत्री रहे सहाय ने कहा कि, राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर केन्द्र और सभी राज्यों का एक मत होने के साथ ही परस्पर सामंजस्य होना भी बहुत जरुरी है। विशेष रूप से गृह जैसे अति महत्वपूर्ण व संवेदनशील मंत्रालय में यह भी आवश्यक है कि सौहार्दपूर्ण व्यवहार बरकरार रहे और किसी भी विषय की गोपनीयता हर हाल में कायम रहे। केन्द्रीय गृह मंत्रालय के गैर जिम्मेदारी से भरे रवैये की आलोचना करते हुए सहाय ने कहा कि ऐसे मामले में केन्द्र सरकार को बहुत अधिक सतर्क और संवेदनशील रहने की जरुरत है।