औरंगाबाद : राजद नेता ने कहा,सीएम नीतीश कुमार राजधर्म का नहीं कर रहे हैं पालन
सिटी पोस्ट लाइव : महामारी कोरोना के कारण दूसरे प्रदेशों में फंसे बिहार के लोगों के आने का सिलसिला जारी है। प्रवासियों के पहुँचने के बाद कोरांटाइन सेन्टर में रखा जा रहा है।लेकिन कोरांटाइन सेन्टर में इन्हें मिलनेवाली सुविधाओं को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी राजद की तरफ से सवाल भी उठने लगी है। औरंगाबाद जिला के राजद नेता सह जिला पार्षद शंकर यादवेन्दू ने प्रवासी मजदूरों को हो रही असुविधाओं को लेकर सरकार पर कई सवाल खड़े किए हैं । उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार लौट रहे प्रवासियों के साथ मदद के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। राज्य के कई कोरांटाइन सेन्टर से प्रवासी असुविधाओं के कारण भाग रहे हैं। कोरेंटाइन सेंटर में ठहराये गये लोगों की संख्या के अनुपात में शौचालय और स्नानागार होना चाहिए। पीने के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमारे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव जी के पहल और दबाव पर देश के दूसरे प्रदेशों में फंसे हुए हमारे भाईयों का बिहार लौटने का सिलसिला शुरू हो चुका है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में ट्रेनों एवं अन्य संसाधनों के साथ हीं पैदल भी लोग बिहार पहुंच रहे हैं। देश में एकाएक लॉकडाउन लागू हो जाने के कारण रोजी-रोटी की तलाश में घर से दूर दूसरे प्रदेशों मे प्रवास करने वाले अपने बिहारी भाईयों के सामने अचानक समस्याओं का पहाड़ खड़ा हो गया है । जहां वे काम करते थे वे फैक्ट्रियां और संस्थानें बंद हो गई है । आय का जरिया बंद हो गया है और वे भोजन-आवास की समस्या से जूझने को मजबूर हैं। सरकारी स्तर पर इनके लिए व्यवस्था के नाम पर मात्र खानापूर्ति की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के पहल पर दूसरे प्रदेशों में फंसे हुए लोगों को यथासंभव मदद पहुँचाने का प्रयास किया जा किया जा रहा है।
राजद नेता सह जिला पार्षद शंकर यादवेन्दू ने कहा कि मैं अपने जिले के लोगों को इस लॉकडाउन में जितना संभव होगा मदद करूंगा और कर रहा हू़ं । मैने अपने जिले के कोरांटाइन सेन्टरो के व्यवस्था की जानकारी ली है। उन्होंने कहा की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय लालू प्रसाद जी और नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी का स्पष्ट निर्देश है कि दूसरे प्रदेशों से बिहार लौटने वाले हमारे परिवार के सदस्य हैं। पिछले कई सप्ताह से कठिन परिस्थितियों को झेलते हुए वे आज अपने घर लौट रहे हैं। इसलिए उनका स्वागत करना हम सबों की जिम्मेवारी बनती है। इस कोरोना वायरस के ईलाज और बचाव के लिए अभी कोई दवा नहीं है। इससे बचाव का एकमात्र उपाय व्यक्ति का रोग प्रतिरोधक क्षमता है। और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने के लिए निर्धारित मापदंड के अनुसार भोजन और नास्ता का होना आवश्यक है। साथ ही लोगों से बेवजह बाहर न निकलने और सोशल डिस्टेंसिंग पालन करने का अनुरोध किया ।
मालूम हो कि इन्होंने अपने जिला पार्षद निर्वाचन क्षेत्र के अलावा रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के गाँवों में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए लोगों को साबुन, मास्क वितरण एवं जरूरी दैनिक संसाधन अपने स्तर से उपलब्ध कराया है। अपने पद जिला पार्षद का वेतन एवं भता भी मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा कर चुके हैं साथ ही क्षेत्र में सेनेटाईजेशन भी करवा चुके हैं ।
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