रेलकर्मियों के PM फंड में दान पर राजनीति, BJP-CONG आमने-सामने
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना महामारी को लेकर बिहार में खूब राजनीति हो रही है. मजदूरों की मदद के लिए नेता क्या कर रहे हैं किसी को नहीं पता लेकिन वो राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे. रेलवे की तरफ से 151 करोड़ रुपए PM RELIEF FUND में दिए जाने को लेकर भी राजनीति शुरू है. कांग्रेस ने यह मामला उठाया तो बीजेपी के नेता भी कांग्रेस को जबाब देने के लिए आगे आ गए.बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस को जवाब देते हुए कहा है कि अब दान को लेकर भी कांग्रेस राजनीति कर रही है. जबकि रेलवे के कर्मचारियों ने एक-एक दिन का वेतन इकट्ठा करके इतनी बड़ी रकम जुटाई है. कांग्रेस रेलवे के दान का मजाक उड़ा रही है. वास्तव में देशहित में काम करने वालों को अपमानित करना कांग्रेस की आदत बन चुकी है, यही वजह है कि कभी वह आर्मी पर सवाल खड़े करते हैं तो कभी रेलकर्मियों पर.
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब झूठ बोलने की मशीन बन चुकी है. कांग्रेस पार्टी अब संकट में सेवा करने वाले कोरोना योद्धाओं का मजाक उड़ाने से भी नहीं चुक रही है. श्रमिक रेल के किराए पर झूठ फैलाने के साथ-साथ रेलवे के तरफ 151 करोड़ रूपये के पीएम केयर फंड में दिए दान पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं. कांग्रेस का आरोप है कि रेलवे ने यह रकम अपने खजाने से दी है.
संजय जयसवाल ने कहा कि अपनी सतही राजनीति चमकाने के लिए किसी अच्छे काम को भी न बख्शने वाले कांग्रेस के इन नेताओं को यह तक ज्ञान नहीं है कि इसी रकम को जमा करने लिए केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल और राज्यमंत्री सुरेश अंगाडी ने अपनी एक-एक महीने की सैलरी और 13 लाख रेलवे पीएसयू कर्मचारियों ने अपनी-अपनी एक दिन की सैलरी डोनेट की थी.
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि अपने अपने महलों में सुरक्षित बैठे कांग्रेस नेताओं को यह तक नहीं दिख रहा है कि संकट काल में यही रेलवे लोगों को उनके घरों तक पहुंचा रही है. इन सबके बावजूद कांग्रेस तरफ रेलवे पर की जा रही सियासत, संकट काल में तन-मन-धन से लोगों की सेवा में जुटे रेलकर्मियों का अपमान नहीं तो और क्या है. कांग्रेस बताये कि अगर कोई देश की सहायता कर रहा है तो उसमें गलत क्या है? यह दिखाता है कि मानसिक स्तर पर कांग्रेस किस कदर बदहाल हो चुकी है. इन्हें अब सही और गलत का फर्क भी नहीं समझ आता. वैचारिक दरिद्रता के शिकार हो चुकी इस पार्टी से अब किसी कोई उम्मीद नहीं करनी चाहिए.
Comments are closed.