15 दिनों से रेलवे स्टेशन पर पड़ी लाचार वृद्ध महिला की, नौजवानों ने ऐसे की मदद
सिटी पोस्ट लाइव, एक्सक्लूसिव : “कहते हैं जिसका कोई नहीं,उसका खुदा है यारों”। यहां यह लोकक्ति बिल्कुल फिट बैठती है।इंसानियत के मसीहा के रूप में स्थानीय युवकों ने वह कर दिखाया है, जिसके जज्बे को सिटी पोस्ट लाइव परिवार सेल्यूट करता है। बीते पंद्रह दिनों से एक अर्धविक्षिप्त और बीमार वृद्ध महिला मधेपुरा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नम्बर एक पर लगातार बेसुध और बेहोश पड़ी थी। लेकिन इसकी चिंता जीआरपी,आरपीएफ सहित किसी यात्री को नहीं थी। वाकई सभी को अपनी पड़ी होती है। बेगानी शादी में अब्दुल्ला के दीवाना होने की जरूरत क्या है? लेकिन इंसानियत पूरी तरह से मरी नहीं है। कुछ जिंदा लोगों को इसकी भनक लगी और वे मौके पर पहुंचे। मोहम्मद तबरेज आलम, मोहम्मद इजहार आलम, मोहम्मद सरफराज आलम, पप्पू कुमार, मोहम्मद मेराज आलम और जोहरा खातून ने मिलकर वाकई इतिहास रच दिया। इन लोगों ने पहले सदर अस्पताल को एम्बुलेंस के लिए फोन किया लेकिन एम्बुलेंस नहीं आया ।फिर इस वृद्ध महिला को सभी मिलकर सदर अस्पताल मधेपुरा ऑटो से लेकर पहुंचे और उनका तुरंत ईलाज शुरू करवाया। सदर अस्पताल की व्यवस्था से ईतर ये सभी ईलाज का पूरा खर्चा खुद से उठा रहे हैं और फल और जूस का भी इंतजाम कर रहे हैं। इनलोगों ने संकल्प लिया है कि इस वृद्ध महिला को पूर्ण स्वस्थ कराकर ही ये दम लेंगे ।अगर यह महिला सरकारी अस्पताल में ठीक नहीं हो सकीं, तो इनका ईलाज वे सभी नामी प्राइवेट नर्सिंग होम में कराएंगे। वाकई इनसभी के इस महान कृत्य ने जनसेवा को एक नया शक्ल दिया है। दूसरे के जीवन को बचाने से बड़ा कोई पुण्य का काम नहीं है। यह वाकया पूरे देश को सबक,सीख और मानव सेवा की अप्रतिम संदेश दे रहा है।
मधेपुरा से संकेत सिंह की रिपोर्ट