TOP NEWS: संकट में भारत की अर्थव्यवस्था,पीएम मोदी ने कांग्रेस को चुनौती……

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TOP NEWS: संकट में भारत की अर्थव्यवस्था,पीएम मोदी ने कांग्रेस को चुनौती……

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नोबेल के बाद अभिजीत बोले संकट में है भारत की अर्थव्यवस्था.

सिटी पोस्ट लाइव : अर्थशास्त्र का नोबेल सम्मान प्राप्त करनेवाले दुनिया के जानेमाने अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी और उनकी पत्नी, अमेरिका के मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी के प्रोफ़ेसर ड्युफ़लो भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर चिंतित हैं. उनके अनुसार अर्थ-व्यवस्था की बहुत बुरी स्थिति है. बनर्जी ने कहा कि भारत में लोग अभावग्रस्तता के कारण उपभोग में कटौती कर रहे हैं. गिरावट जिस तरह से जारी है उससे लगता है कि इसे नियंत्रित नहीं किया जा सकता.

2019 के अर्थशास्त्र का नोबेल सम्मान बनर्जी को दिया गया है.बनर्जी और डुफलो एमआईटी के अर्थशास्त्र विभाग में प्रोफ़ेसर हैं. इन दोनों की शादी 2015 में हुई थी. अभिजीत बनर्जी भारत में भी कई रिसर्च प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं.भारतीय अर्थव्यवस्था पर पूछे गए सवाल के जवाब में बनर्जी ने कहा कि उनकी समझ से भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत बहुत ही ख़राब है. एनएसएस के डेटा देखें तो पता चलता है कि 2014-15 और 2017-18 के बीच शहरी और ग्रामीण भारत के लोगों ने अपने उपभोग में भारी कटौती की है. सालों बाद ऐसा पहली बार हुआ है. यह संकट की शुरुआत है.’

अभिजीत बनर्जी भारत में डेटा संग्रह के तरीक़ों में हुए विवादित बदलाव पर भी बोले.उन्होंने कहा कि कई लोगों का आरोप है कि भारत सरकार जीडीपी ग्रोथ और राजस्व घाटे का जो डेटा दिखाती है वो असल डेटा नहीं है. ऐसा आरोप मोदी सरकार के आर्थिक सलाहकार रहे अरविंद सुब्रमण्यम भी लगा चुके हैं. अभिजीत बनर्जी ने कहा कि सरकार के डेटा पर कई तरह के संदेह हैं.

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तुर्की, मलेशिया और चीन से बचेगा पाकिस्तान?

सिटी पोस्ट लाइव : पाकिस्तान ने आतंकवाद के वित्तपोषण को लेकर कुछ ठोस किया है या नहीं, इसको लेकर फ़ाइनैंशियल एक्शन टास्क फ़ोर्स (FATF)की फ़्रांस की राजधानी पेरिस में सोमवार को बैठक शुरू हुई है.अगर इस बैठक में पाकिस्तान के दावों से एफ़एटीएफ़ संतुष्ट नहीं होता है और कुछ देशों का समर्थन नहीं मिला तो ब्लैकलिस्ट होने का ख़तरा है.हालांकि चीन, तुर्की और मलेशिया के समर्थन की उम्मीद है और कहा जा रहा है कि पाकिस्तान ब्लैकलिस्ट होने से बच जाएगा.

पाकिस्तान एफ़एटीएफ़ की ग्रे लिस्ट में पहले से ही है और इस बार भी इससे बाहर निकलने की कम ही उम्मीद है. पाकिस्तान भारत पर आरोप लगा रहा है कि वो पाकिस्तान को एफ़एटीएफ़ की ब्लैकलिस्ट में डलवाने की हर कोशिश कर रहा है.

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पीएम मोदी ने कांग्रेस को चुनौती

सिटी पोस्ट लाइव : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सर्जिकल स्ट्राइक और पाकिस्तान को ही विधान सभा चुनाव प्रचार के दौरान जोरशोर से उठा रहे हैं. हरियाणा विधानसभा के चुनावी प्रचार में बल्लभगढ़ में एक रैली को उन्होंने सोमवार को संबोधित किया. उन्होंने  अनुच्छेद 370 को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है. पीएम मोदी ने कहा कि सरहद पर सेना की जान जा रही है और कांग्रेस का अनुच्छेद 370 से प्यार ख़त्म नहीं हो रहा.मोदी ने कहा कि कांग्रेस को अनुच्छेद 370 ख़त्म होने से दुख है लेकिन वो हिम्मत दिखाए और अपने घोषणापत्र में इस बात को शामिल करे कि वो चुनाव जीतने के बाद इसे फिर से बहाल कर देगी.

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जाली नोट फिर से आए: NIA

सिटी पोस्ट लाइव ; पाकिस्तान भारत की अर्थ-व्यवस्था को नुकशान पहुंचाने में जी-जान से जूता है. अब उसने जाली नोट की सप्लाई के जरिये भारतीय करेंसी की विश्वसनीयता को खतरे में डालने की योजना बनाई है. एनआईए के अनुसार भारत में बिल्कुल असली नोट की तरह जाली नोट पाकिस्तान से बड़े पैमाने पर आये हैं. एनआईए के अनुसार जाली नोटों का मुख्य स्रोत पाकिस्तान है.सरकार ने 2016 में जब 500 और 1000 के नोटों को अमान्य घोषित करने का फ़ैसला किया था तो तर्क दिया था कि इससे जाली नोट ख़त्म हो जाएंगे. लेकिन सोमवार को राज्य पुलिस के आतंक विरोधी दस्तों के राष्ट्रीय कॉन्फ़्रेंस में बोलते हुए एनआईए के इंस्पेक्टर जनरल आलोक मित्तल ने कहा कि जाली नोटों की छपाई में पाकिस्तान मुख्य स्रोत है.

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पाकिस्तान की हालत ख़राब: विश्व बैंक.

सिटी पोस्ट लाइव ; विश्व बैंक के अनुसार पाकिस्तान की अर्थ-व्यवस्था चौपट हो गई है. उसकी आर्थिक सेहत बहुत ख़राब है. विश्व बैंक के अनुसार बढ़ता राजस्व घाटा और विदेशी मुद्रा भंडार में कमी के कारण पाकिस्तान का आर्थिक संकट ख़त्म नहीं हो रहा है.इमरान ख़ान के प्रधानमंत्री बनने के बाद से पिछले 10 महीने में पाकिस्तानी रुपए में 30 फ़ीसदी की गिरावट आई है. पिछले साल 18 अगस्त को पाकिस्तानी रुपया 123.35 पर था जो अब 170 के क़रीब है.

पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार कम हो रहा है. हाल ही में भारत में संपन्न हुए आम चुनाव में क़रीब सात अरब डॉलर खर्च हुए हैं जबकि पाकिस्तान के पास इतना विदेशी मुद्रा भंडार बचा है. निर्यात न के बराबर हो गया है और महंगाई लगातार बढ़ रही है.

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