सिटी पोस्ट लाइव : सीवान से उत्तर प्रदेश के मेंहरौना तक रामजानकी मार्ग (Ramjanki Highway) बनाने की मंजूरी मिल गई है. जल्द ही भूमि अधिग्रहण (Land Acquisition) की प्रक्रिया शुरू कर मुआवजा देने का काम शुरू हो जाएगा. इससे पहले सीवान से मसरख तक के हाईवे के लिए मंजूरी मिली थी. सीवान से 45 किलोमीटर फोरलेन हाईवे (Four-Lane Highway) करीब 1,431 करोड़ रुपये की लागत से मसरख तक बनेगा. रामजानकी मार्ग का करीब 237 किलोमीटर हिस्सा बिहार से होकर गुजरना है और इसकी शुरूआत सीवान जिले से होनी है.
यह हाईवे एक धार्मिक पर्यटन कॉरिडोर (Religion Tourism Corridor) के मकसद से बन रहा है. सबसे पहले जिले के पांच प्रखंड के 45 किमी के दायरे में तीन दर्जन से अधिक गांव राम जानकी मुख्य मार्ग से जुड़ जाएंगे. यहां भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया के बाद मुआवजे का वितरण किया जा रहा है, जो अब अंतिम दौर में है. इसी बीच, अब उत्तर प्रदेश के मेहरौना घाट से बिहार में सीवान तक 41 किलोमीटर एनएच निर्माण के लिए 1661.25 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं.इस हिस्से में निर्माण की स्वीकृति मिलने के बाद अब निविदा जारी करने की कवायद शुरू की जाएगी. राम जानकी मुख्य मार्ग पर मेहरौना घाट से सिवान तक करीब 40 किलोमीटर, सीवान से मसरख तक 46 किलोमीटर, मसरख से चकिया तक करीब 48 किमी और चकिया से भिट्ठामोड़ (नेपाल बॉर्डर) तक करीब 103 किमी लंबाई में फोरलेन सड़क बनाई जाएगी.
अयोध्या से जनकपुर तक कुल 448 किलोमीटर लंबे एनएच का निर्माण होना है. इस हाईवे का 436 किलोमीटर हिस्सा भारत में और 12 किलोमीटर हिस्सा नेपाल में होगा. हाईवे का आधे से ज्यादा हिस्सा बिहार में होगा. केन्द्र सरकार बीआरटी योजना के तहत यह महत्वपूर्ण हाईवे बना रही है. वहीं एनएचएआई को निर्माण की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है.
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