10वीं के नतीजे काफी मायने रखते हैं.यहीं से आगे का रास्ता खुलता है.बोर्ड एग्जाम के बाद ही छात्र तय करते हैं कि कैरियर किस क्षेत्र में बनाना चाहते हैं.कोई डॉक्टर बनना चाहता है तो ज्यादातर आईएएस .
सिटीपोस्टलाईव: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित हो गया है.इस बार 10वीं के परीक्षा परिणाम में तिरुवनंतपुरम रीजन 99.60 फीसद के साथ पहले स्थान पर रहा तो चेन्नई 97.37 फीसद के दूसरे और 91.86 के साथ अजमेर को तीसरा स्थान मिला.सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, इस बार 88.70 फीसद छात्र-छात्राएं पास हुए हैं. इनमें 88.67 फीसद लड़कियां और 85.32 फीसद लड़के पास हुए हैं.सबसे ख़ास बात – एक लाख से अधिक छात्र 90 प्रतिशत से ज्यादा नंबर लाने में कामयाब हुए हैं.
10वीं के नतीजे काफी मायने रखते हैं.यहीं से आगे का रास्ता खुलता है.बोर्ड एग्जाम के बाद ही छात्र तय करते हैं कि कैरियर किस क्षेत्र में बनाना चाहते हैं. सीबीएसई की दसवीं बोर्ड परीक्षा में 98.4 फीसद अंक प्राप्त कर बिहार के गया जिले में टॉपर होने का गौरव हासिल करने वाली डीएवी मेडिकल यूनिट की छात्रा सोनी सिंह कहती हैं कि उन्होंने घंटे के हिसाब से पढ़ाई नहीं.लेकिन आज का कोई काम कल पर नहीं छोड़ा.लगातार पढ़ाई की.हर विषय पर बराबर ध्यान दिया. सोनी भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती हैं. प्लस टू में साइंस लेंगीं .
बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के समर्थ गुप्ता ने सीबीएसई बोर्ड 10वीं की परीक्षा में 98 फीसद अंक हासिल किया है.समर्थ रक्सौल स्थित कैंब्रिज पब्लिक स्कूल के छात्र हैं.समर्थ का कहना है कि आजकल कोचिंग संस्थानों में जाने का प्रचलन बढ़ गया है. अभिभावक चाहते हैं कि हमारा बच्चा अच्छे कोचिंग संस्थान में पढ़े ताकि उसके नंबर अधिक आये. लेकिन मेरा मानना है कि सेल्फ स्टडी सबसे बेहतर है.समर्थ ने अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षक और माता-पिता को देते हुए कहते हैं कि आगे आर्ट्स लेकर पढ़ाई करनी है. मैं यूपीएससी करना चाहता हूं.
बिहार के दरभंगा के होली क्रॉस स्कूल की मुस्कान ठाकुर ने सीबीएसई दसवीं के रिजल्ट में 98.2 फीसद अंक प्राप्त कर जिले में टॉप किया है. स्थानीय रमाबल्लभ जालान महाविद्यालय के व्याख्याता ठाकुर भूपेंद्र किशोर तथा गृहिणी कुमारी रश्मि की पुत्री मुस्कान ने आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती है.