बालिका गृह रेपकांड : निलंबित हो गए समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक दिवेश शर्मा

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार मुजफ्फरपुर बालिका गृह रेप कांड में सरकार ने एक बड़ी कारवाई की है. सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक दिवेश शर्मा को सस्पेंड कर दिया है. विभाग के निदेशक राजकुमार के आदेश पर यह कार्रवाई की गई. दिवेश शर्मा ने ही बालिका गृह रेप कांड की एफआईआर दर्ज कराई थी. दिवेश सुधार गृह कांड में भी वादी हैं. दिवेश शर्मा पर टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टीआईएसएस) की सोशल ऑडिट रिपोर्ट पर कार्रवाई में देरी का आरोप है.

बालिका गृह में हुए यौन उत्पीड़न कांड को लेकर दिल्ली से पटना तक सियासत गरमाई हुई है. विपक्ष इस मामले को लेकर सरकार पर लगातार हल्ला बोल रहा है. विपक्ष नीतीश सरकार पर हमलावर है और समाज कल्याण विभाग मंत्री का इस्तीफा मांगा जा रहा है. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी इस्तीफा मांगा है.

बिहार के नगर विकास एवं आवास विभाग मंत्री सुरेश शर्मा को शनिवार को विरोध का सामना करना पड़ा. नगर निगम में योजनाओं का शिल्यान्यास करने दरभंगा पहुंचे मंत्री सुरेश शर्मा को कांग्रेस सेवा दल के जमाल हसन ने अपने समर्थकों के साथ काले झंडे दिखाए. वहीं प्रदेश में इस मामले को लेकर नेताओं के बीच खुला खत लिखे जाने की भी होड़ है.

यह पूरा मामला तब प्रकाश में आया, जब टीआईएसएस की सोशल ऑडिट रिपोर्ट सामने आई. 31 मई को बिहार सरकार को सौंपी गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि कैसे इन बालिका गृह में छोटी-छोटी बच्चियों का शोषण किया जाता रहा है. इस मामले में विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा था. जिसके बाद राज्य सरकार ने सीबीआई जांच की सिफारिश की थी. 28 जुलाई को सीबीआई की टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी. इस हाई प्रोफाइल केस में कई आरोपी जेल में हैं.

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