सांस्कृति संपंता के बावजूद सरकारी उपेक्षा के कारण पिछड़ रहा है दरभंगा

City Post Live - Desk

#citypostlive दरभंगा : विद्यापित सेवा संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी ने बैजू ने आज यहां कहा कि सांस्कृतिक संपंता के बावजूद सरकारी उपेक्षाओं के चलते मिथिला लगातार आर्थिक पिछड़ेपन का शिकार हो रहा है। वे आज अखिल भारतीय मिथिला राज्य संघर्ष समिति के बैनर तले विद्यापति सेवा संस्थान में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र के गांव-गांव में कभी शिक्षा का केन्द्र हुआ करता था। आज वहां के छात्र पलायन को मजबूर हो रहे हैं। आर्थिक पिछड़ापन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हमलोगों के पूर्वजों ने जो बाढ़ की विभिषिका झेली थी और आज भी हमलोग वहीं त्रासदी झेल रहे हैं और आने वाली पीढ़ी भी इससे अछुता नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ के स्थाई निदान का सिर्फ भरोसा ही मिलता रहा है। डॉ. बैजू ने कहा कि बाढ़ के अलावे सूखा का प्रहार भी यहां के लोगों को झेलनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि मिथिला की खेती चौपट हो चुकी है और मजदूर पलायन को मजबूर हैं। यहां स्थापित चीनी मिल, पेपर मिल और जुट मिल कवाड़ का रूप ले चुका है। पर्यटन के क्षेत्र में भी मिथिला उपेक्षित है। उन्होंने कहा कि इन्ही सब कारणों से समस्याओं की निदान के लिए मिथिला राज्य संघर्ष समिति संघर्ष कर रही है और राज्य गठन को अवश्य संभावी मानती है। उन्होंने कहा कि 11 दिसम्बर को दिल्ली में धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा गया है। इस अवसर पर पं. अजयनाथ झा शास्त्री ने 9 दिसम्बर को दरभंगा में आयोजित हो रहे 5वें मिथिलांक्षर साक्षरता सम्मान समारोह के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

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