बिहार में लालटेन युग का अंत, दिख रहा है विकास : मुख्यमंत्री

City Post Live - Desk

#citypostlive दरभंगा : हायाघाट प्रखंड के विशनपुर गांव में मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक समय भावुक हो गये, तो वहीं सभा में उन्होंने दृढ़ निश्चय भी दिखाया। मौका था अपने सहयोगी प्रो. उमाकांत चौधरी के मूर्ति के अनावरण का आज के ही दिन 13 साल पहले प्रो. चौधरी का देहावसान हुआ था। इस अवसर पर इस अवसर पर वे काफी भावुक हो गये और कहा कि पार्टी गठन में उन्होंने बड़ी मदद की थी, उनके विचार काफी उच्च थे। आज वे रहते, तो जिस तरह से काम हो रहा है, उसको वे बड़ी सहज ढंग से लोगों तक पहुंचाते, लेकिन मौत पर किसी का बस नहीं है। जाना तो है ही, लेकिन कब कौन जाएगा, यह कोई नहीं जानता। वहीं दृढ़ निश्चय दिखाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बात जान लिजिए कि करप्शन, क्राइम और कॉम्युलिज्म से मैं किसी तरह का समझौता नहीं करूंगा। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि मैं वोट की चिंता नहीं करता, सिर्फ वोटरों का चिंता करता हंू। यही कारण है कि सरकार जो योजना चला रही है वह सबों के लिए है। फर्क सिर्फ इतना है कि समाज का जो तबका किनारे में है और उसे मुख्यधारा में लाने के लिए कुछ ज्यादे कर रहा हूं। विकास की चर्चा करते हुए कहा कि जब मैने राजग सरकार का नेतृत्व बिहार में संभाला था, तो पहले ढिबरी था और फिर लालटेन की जरूरत थी, लेकिन उन्होंने बिहार को लालटेन से मुक्त कर दिया। मुख्यमंत्री के इस वक्तव्य पर जमकर तालियां बजी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा बिहार में बिजली का चकाचौंद है। उन्होंने ने एक कहानी सुनाई जिसमें कहा कि वे और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी और कुछ अधिकारियों के साथ गया से रात के समय हेलीकॉप्टर से पटना आ रहा था। चूंकि उनका हेलीकॉप्टर जिस हवाई अड्डा पर नाईट लेंडिंग की व्यवस्था है, वहां उनका हेलीकॉप्टर रात में भी उड़ता है, जब वे बोध गया के उपर उड़ रहे थे, तो नजारा देख कर उन्होंने साथ चल रहे नेताओं कहा कि खिड़की से देखिए और अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने मोबाइल से फोटो लिजिए। गया से लेकर पटना तक जैसे लग रहा था कि विदेश का कोई बड़ा शहर जैसा रौशनी है, तो बिजली का ये नजारा है।

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