फॉर्मास्युटिकल क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनायें : प्रो. त्रिपाठी

City Post Live - Desk

#citypostlive दरभंगा : राष्टÑीय फॉर्मास्युटिकल शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के संकायाध्यक्ष प्रो. आर.पी त्रिपाठी ने कहा कि फॉर्मास्युटिकल क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाये हैं। इस क्षेत्र से जुड़ने पर कोई बेरोजगार नहीं रहेगा। उन्होंने बिहार खासकर मिथिला में जल प्रदूषण के कारण होने वाले बीमारियों के उपचार हेतु शोध की आवयश्कता बताई। इस क्रम में उन्होंने मानव जीवन के विभिन्न आयामो तथा किसी भी देश के विकास और अर्थ व्यवस्था में रसायन विज्ञान में महत्व को रेखांकित किया। प्रो. त्रिपाठी स्थानीय एमएलएसएम कॉलेज में रसायन विज्ञान विभाग और असोसिएशन आॅफ केमेस्ट्री टीचर्स, मुम्बई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। बतौर मुख्य अतिथि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ. रतन कुमार चौधरी ने कहा कि किसी नई दवा की अविष्कार से बाजार तक आने में काफी समय लगता है। जिस कारण लोगों को पुरानी औषधियों जिसकी कार्यशीलता समाप्त हो जाती है, को झेलना पड़ता है। इस मौके पर विश्वविद्यालय के विकास पदाधिकारी डॉ. के.के. साहु, महाविद्यालय के रसायनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. प्रेममोहन मिश्रा, पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. बाबूनंद चौधरी, मो. सौकत अंसारी आदि ने विचार व्यक्त किये। संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डॉ. विद्यानाथ झा ने की।

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