अंको के जादूगर रामानुज के जयंती पर विज्ञान दिवस का आयोजन

City Post Live - Desk

#citypostlive दरभंगा : गणित मानवीय जीवन का आधार स्तंम्भ है और इसके बिना हमारा एक भी कार्य संपादित नहीं हो सकता। शायद इसी महत्ता को महसूस कर गणितज्ञ रामानुजन ने गणित को ही अपनी भाषा बना ली। उनका जीवन गणित को ही समर्पित रहा और नेचुरल नंबरों के अनगिनत चमत्कार उन्होंने प्रस्तुत किये। इसलिए उन्हें अंकों का जादूगर भी कहा जाता है। उपरोक्त बातें रामानुज जयंती पर राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर एमएलएसएम कॉलेज के कांफ्रेंस हॉल में रामानुजन और गणित विषयक सेमिनार को संबोधित करते हुए सीएम साइंस कॉलेज के गणित विभागाध्यक्ष डॉ. हरिशचन्द्र झा ने कही। स्वयंसेवी संस्था डॉ. प्रभात दास फाउण्डेशन एवं आईक्यूसी, गणित विभाग एमएलएसएम कॉलेज की ओर से आयोजित सेमिनार में बोलते हुए डॉ. झा ने कहा कि मध्यवर्गीय परिवार से आने वाले रामानुजन बचपन से ही गणित में रम गए थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रसायनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेममोहन मिश्रा ने कहा कि गणित कोई विषय नहीं है, यह सार्वभौमिक है। इसका इस्तेमाल वैसे लोग भी सहजता से करते है जो अशिक्षित है। गणित तब भी इस दुनिया में कायम था जब शिक्षा का अस्तित्व नहीं था। इस मौके पर डॉ. माधव चौधरी, डॉ. विजेन्द्र प्रसाद सिन्हा, डॉ रामचन्द्र चन्द्रेश, डॉ शौकत अंसारी, फाउंडेशन के सचिव मुकेश कुमार झा, डॉ. लोकनाथ झा, डॉ चंन्द्र अशोक कुमार, डॉ. राम सुदिष्ट चैधरी, डॉ. निवास झा, डॉ बाबुनंद चैधरी, डॉ. दिनेश चैधरी, डॉ मो. अनीसुर्र रहमान, राजकुमार गणेशन, अनिल कुमार सिंह, मनीष आनंद, रविन्द्र कुमार चैधरी, नवीन कुमार आदि मौजूद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डॉ. विद्यानाथ झा ने की।

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