मैगी नूडल्स है लोगों की सबसे पहली पसंद, खाने के लिए 100% सुरक्षित!
सिटी पोस्ट लाइव : मैगी एक ऐसी झटपट बनने वाली डिश है जिसे हर उम्र के लोग गपागप खा जाना बहुत पसंद करते हैं. खासकर बच्चों और अकेले रहने वाले युवकों में इसकी दीवानगी बहुत ज्यादा है. कम समय जल्दी बन जाने वाला नाश्ता बेहद लाजबाव है. लेकिन मैगी अक्सर विवादों में क्यों घिरा रहता है. साल 2015 में मैगी को लेकर एक खबर सामने आई थी कि मैगी में मोनो साेडियम ग्लूटामेट नामक केमिकल (एमएसजी) की मिलावट होती है. जिसके बाद मैगी ने लोगों को भरोसा दिलाने के लिए सारे सारे नूडल्स को रिप्लेस कर दिया. ताकि लोगों में भ्रामक खबरे ना फैले. उसके बाद हाल के दिनों में खबर आई कि 3 जून 2015 को खाद्य विभाग की टीम ने अंबाह की प्रभु एजेंसी से मैगी नूडल्स के सैंपल लिए थे, जिसमें साेडियम ग्लूटामेट नामक केमिकल पाया गया. जिसे लेकर मध्य प्रदेश केमुरैना में एडीएम एसके मिश्रा की कोर्ट ने नेस्ले इंडिया लिमिटेड समेत सीएंडएफ व डीलर पर 20 लाख रुपए का जुर्माना लगाया.
जाहिर है कि अब मैगी के तरफ से इसपर स्टेटमेंट सामने आया है जिसमें मैगी ने इसे फेक न्यूज़ करार दिया है. उन्होंने कहा कि मैगी नूडल्स खाने के लिए 100% सुरक्षित हैं और नेस्ले इंडिया इसकी निर्माण प्रक्रिया के किसी भी चरण में MSG को एक उपादान के रूप में नहीं शामिल करता है. हमें खेद है उन मीडिया रिपोर्ट्स द्वारा पैदा की गई खलल के लिए, जो दावा करती हैं की जून 2015 में एकत्र किये गए मैगी नूडल्स के सैम्पल्स में मोनो सोडियम ग्लूटामेट (मश्ग) पाया गया है. हालांकि, हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि हमें संबंधित अधिकारियों से ऐसा कोई आदेश नहीं मिला है और हम इस स्थिति को हल करने के लिए उनके साथ काम करने के लिए तत्पर हैं. हम अपने उपभोक्ताओं को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम विनिर्माण प्रक्रिया के किसी भी चरण में मैगी नूडल्स में एक उपादान के रूप में MSG नहीं शामिल करते हैं. मैगी नूडल्स आज भी और हमेशा से खाने के लिए 100% सुरक्षित रहा है.