सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की लोक गायिका नेहा सिंह राठौर इन दिनों UP में का बा -2 गीत को लेकर चर्चा में हैं. उन्होंने कहा है, ‘अब UP में का बा -3 भी गाऊंगी, लेकिन इससे पहले उन बेरोजगारों के लिए गीत लिख रही हूं जिन्होंने पिछले तीन-चार दिनों में पुलिस की लाठियां खाई हैं और जिनके साथ रेलवे ने गलत किया है. युवाओं के साथ काफी बर्बर व्यवहार हुआ है.’
गौरतलब है कि रेलवे NTPC की परीक्षा में ग्रेजुएशन पास और इंटर पास के लिए एक ही परीक्षा लेने का आरोप लगा है. बड़ी संख्या में इंटर पास अभ्यर्थी बाहर हो गए हैं. लोअर ग्रेड की परीक्षा के पैटर्न में बदलाव को लेकर भी छात्र भड़के हुए हैं. बिहार के कई जिलों में ट्रेनें रोकी गईं, गया में ट्रेन आग के हवाले कर दी गई. छात्रों के गुस्से की आग UP में भी भड़क गई है. कई जगह पुलिस ने फायरिंग की और बर्बर पिटाई की है.अब नेहा सिंह राठौर इसी पर गीत गानेवाली हैं.नेहा ने कहा है, ‘रोजगार के लिए युवा दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। इसलिए वह इन युवाओं की भावनाओं पर केन्द्रित गीत लिख रही हूं. जल्द यह गीत सब के सामने होगा.’
नेहा जनता के पक्ष में सटायर गाने के लिए जानी जाती है. इससे सरकार और सरकार के समर्थकों को मिर्ची लगती रही है. नेहा ने UP में का बा-2 में गाया भी है, ‘भोट देहब तो के त सवाल पूछब के से…. साच बतिया कही ला त मर्चा काहे लेसे…’ दो माह पहले नेहा ने बेरोजगारी गीत गाया था- ‘ दुल्हा खोजे पापा भैया नौकरिया धैले ना.. अरबट- परबट ए सोना सरकरिया धैले ना….आईएस- पीएस छोड़ा ए बाबू मलेटरिया धई ला न…!’ये गीत भी खूब वायरल हुआ था.
गणतंत्र दिवस के दिन नेहा सिंह राठौर ने लाइव आकर कहा, ‘मैंने पहले भी बेरोजगारों पर गीत गाया है, लेकिन मुझे प्रोफेसर की रखैल तक कहा गया. मुझे बहुत बुरा लगा।’ उन्होंने रोते हुए कहा, ‘मैं रो नहीं रो रही हूं. मैं ईमानदारी से गाती हूं इसलिए बुरा लगता है. हम मेहनत करते हैं, किसी के पैसे के भूखे नहीं हैं.’उन्होंने कहा, ‘हॉस्टल के कमरों से निकाल-निकाल कर छात्रों को पीटा गया है. मुझे गलत तरीके से ट्रोल करते हैं. मुझे किसी की सहानुभूति नहीं चाहिए, लेकिन मैं भावुक हो जाती हूं. मैं बेईमानों की तरह नहीं हूं, जो मोटी रकम खा रहे हैं और मलाई चाट रहे हैं.जितना ट्रोल करना है करें लेकिन जनता के गीत गाती रहूंगी. बेरोजगार, लाठी खाने वाले युवाओं के लिए जल्द गीत गाऊंगी.’