अलाउद्दीन की छडी वाले बिहारी डीएम पर देश भर के सीएम की नजर
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार सरकार के एक IAS अधिकारी का नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होनेवाला है. सीतामढ़ी के जिलाधिकारी रणजीत कुमार सिंह ने वो कारनामा कर दिखाया है जो अबतक देश का कोई डीएम करने की सपने में भी नहीं सोंच सकता. इस डीएम के पास अलाउद्दीन का चिराग है जो पलक झपकते ही एक दो और सैकड़ों नहीं बल्कि हजारों-हजार शौचालय का निर्माण करवा देता है. जिन राज्यों के मुख्यमंत्री अपने राज्य को खुले में शौचमुक्त यानी ODF घोषित कर पीएम मोदी का ध्यान आकृष्ट करना चाहते हैं, उन सबकी नजर बिहार के इस डीएम पर जा टिकी है.
सीतामढ़ी के डीएम रंजीत कुमार सिंह अपने जिले में हर 8.64 सेकंड पर एक शौचालय बना देने का दावा कर रहे हैं. इन्होने एक सप्ताह में यानी 168 घंटे में अपने जिले में 70000 शौचालय बना देने का दावा किया है.इतना ही नहीं जनाब इन्होने एक दिन में 1 लाख 10 हजार गड्ढे खुदवा देने का रिकॉर्ड बना दिया है. 70 हजार शौचालय सिर्फ 7 दिनों में और 1 लाख 10 हजार गड्ढे एक दिन में खुदवा देने का रिकॉर्ड बना लेने के कारण डीएम साहब देश भर में चर्चा में बने हुए हैं. डीएम साहब ने पूरे जिले को सिर्फ 75 दिनों में ODF घोषित करवा देने का अविश्वसनीय रिकॉर्ड कायम कर दिया है.
लेकिन अपना बिहार तो कभी सुधर्नेवाला है नहीं. डीएम साहब की यह काबिलियत न तो बिहार के लोगों को नहीं पच रही है और न ही नेताओं को हजम हो रही है.विपक्ष इसे शौचालय घोटाला बता रहा है. विपक्ष का कहना है कि 24 घंटे भी काम हो तो भी 8 सेकंड में एक शौचालय का निर्माण कैसे हो सकता है. शायद ईन नेताओं ने अबतक अलाउद्दीन के चिराग के बारे में नहीं सुना है जो सीतामढ़ी डीएम साहब के पास है.
अब पत्रकार भी डीएम साहब के पीछे पद गए हैं. कोई स्टोरी मिल नहीं रही तो शौचालय के पीछे ही पड़ गए हैं. कैमरे लेकर शौचालय खोज रहे हैं. शौचालय की जगह जब उन्हें हाथ में लोटा लिए महिलायें खुले में सडकों के किनारे शौच करती दिखाई दे रही हैं तो विडियो बनाने में जुटे हुए हैं.
सब एक एक डीएम साहब के पीछे पड़े हुए हैं. शायद उन्हें ये पता ही नहीं कि अपने जिले को जादुई छडी घुमाकर ODF घोषित करवा देनेवाले सीतामढ़ी डीएम साहब एकलौते डीएम नहीं हैं. बिहार के 13 जिलों के डीएम ऐसा कमाल दिखा चुके हैं.मीडिया भले खुले में शौच करती महिलाओं की तस्वीर दिखाए और विपक्ष इस तस्वीर को लेकर सदन के अंदर-बाहर हंगामा करे और इसे शौचालय घोटाला का नाम दे लेकिन नीतीश कुमार के ऐसे जादुई कारामत दिखानेवाले डीएम पर देश भर के उन मुख्यमंत्रियों की नजर टिकी है, जो अपने राज्य को ODF यानी खुले में शौचमुक्त घोषत कर पीएम मोदी की नजर में आना चाहते हैं.