सिटी पोस्ट लाइव : रालोसपा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी की वजह से पूरे देश की शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है और इसी विषम परिस्थिति की वजह से जेईई और नीट की परीक्षाएं भी सही समय पर आयोजित नहीं हो सकी है लेकिन अब इन परीक्षाओं को और टाला जाना उचित नहीं है।
सर्वोच्च न्यायालय ने भी यह माना है कि यदि इन परीक्षाओं को स्थगित किया गया तो पूरे देश में मानव संसाधन (डॉक्टर्स और इंजीनियर्स) के विकास में नुकसान होगा। इस महामारी के बीच देश में लगभग हर तरह की गतिविधियां शुरू हो चुकी है तो फिर पूरे एहतियात के साथ परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित होनी चाहिए ताकि विद्यार्थियों का 1 वर्ष बर्बाद ना हो सके।
लगभग 25 लाख विद्यार्थी इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और लगातार परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाए जाने से परीक्षार्थी अवसाद से ग्रसित होते जा रहे हैं। इसलिए अब परीक्षा तय तिथि पर ही हो जानी चाहिए। सरकार और इस परीक्षा को आयोजित करने वाली संस्थाओं को सभी सुविधाएं विद्यार्थियों को मुहैया कराने की तयारी करनी चाहिए। जिन प्रदेशों में अभी भी लॉक डाउन है वहां परीक्षा केंद्रों तक परिवहन की सेवाएं और रुकने के लिए होटल्स का इंतजाम करना चाहिए।
सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णतः पालन हो सके इसलिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ा देनी चाहिए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले बच्चों के लिए विशेष इंतजाम सरकार को करना चाहिए। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान जी ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर इन परीक्षाओं को स्थगित करने का आग्रह किया है लेकिन इसकी जरूरत अब नहीं है।