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नीतीश सरकार का बड़ा फैसला, छात्रों के खातों में भेंजा मिड-डे मील का 378 करोड़.

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नीतीश सरकार का बड़ा फैसला, छात्रों के खातों में भेंजा मिड-डे मील का 378 करोड़.

सिटी पोस्ट लाइव :लॉकडाउन (Lockdown) में स्कूल बंद हैं इसलिए मिड-डे मील योजना भी बंद है.लेकिनबिहार सरकार ने इस मिड-डे मील के पैसे को छात्रों के खाते में देगी.बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि ज्यादातर बच्चे गरीब हैं.मिड-डे मील से उनका पेट भरता है.लॉक डाउन में स्कूल बंद होने की वजह से उन्हें खाने-पीने में कोई परेशानी न हो, सरकार ने पैसा उनके खाते में भेंजने का फैसला लिया है. 

लॉकडाउन के दौरान स्कूल बंद रहने के बावजूद बिहार सरकार ने नामांकित 1.29 करोड़ बच्चों के खाते में मिड डे मिल योजना की 378.70 करोड़ रुपये की राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के जरिए भेज दी है.बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बताया कि स्कूल बंद रहने के दौरान स्कूलों में बच्चों को पका भोजन देना संभव नहीं था, इसलिए सरकार ने कार्य दिवस के मुताबिक सभी नामांकित बच्चों को मिड डे मिल योजना की राशि उनके खाते में भेजने का निर्णय लिया था. 14 मार्च से 3 मई तक के कुल 34 कार्य दिवसों के आधार पर खाद्यान्न मद में 151.48 करोड़ और कुकिंग कॉस्ट  के तौर पर तेल, नमक, मसाला, फल, दूघ और अंडा आदि के लिए 227.22 करोड़ की राशि लाभुक बच्चों के खातों में भेजी गई है.

मिड डे मिल योजना के अन्तर्गत कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को प्रतिदिन 100 ग्राम और कक्षा 6 से 8 तक को 150 ग्राम खाद्यान्न तथा अलग से कुकिंग कॉस्ट के लिए राशि दी जाती है. हाल के दिनों में केंद्र सरकार ने कुकिंग कॉस्ट की दर में 11 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है . जिसके बाद प्राइमरी के प्रति छात्र प्रतिदिन 4.97 अैर उच्च प्राइमरी के लिए 7.45 रुपये दिए जाते हैं.

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