बिहार में 39 बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द, राज्यपाल लालजी टंडन ने लिया फैसला
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के राज्यपाल ने बीएड कॉलेजों की नकेल कसनी शुरू कर दी है. राज भवन ने एक झटके में 39 बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी है. बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन के इस फैसले से बीएड कॉलेज मालिकों के बीच हडकंप मचा हुआ है. राज्यपाल सचिवालय ने उन सभी संबंधित विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को भी इन कॉलेजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है जिनसे ये सभी कॉलेज संबद्ध हैं.
जिन कॉलेजों की मान्यता रद्द करने का फैसला लिया गया है वो सभी 39 बीएड कॉलेज मगध, मजहरूल हक अरबी एवं फारसी, पटना और पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के अधीन आते हैं. इन सब कॉलेजों में लापरवाही बरतने और गैरजिम्मेदार रवैया अपनाने का आरोप है. मगध विश्वविद्यालय के 23, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के 05 और मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के 11 बीएड कॉलेज की मान्यता रद्द की गई है.
इन विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को आगे की कार्रवाई करने को कहा गया है. गौरतलब है कि राजभवन के लगातार निर्देश के बाद भी आदेश के अनुपालन में विफल रहने वाले कॉलेजों को कार्रवाई के दायरे में लाने का फैसला लिया गया. दरअसल राजभवन की ओर से 26 अक्टूबर को कॉलेज इंस्पेक्टरों की बैठक में पूरे मामले की समीक्षा की गई थी. यह पाया गया कि बार-बार कहने के बाद भी इन 39 बीएड कॉलेजों ने अपने-अपने क्लास रूम की तस्वीरें बीएड पोस्ट नामक एप पर अपलोड नहीं की.
गौरतलब है कि यह एप राज्यपाल सचिवालय के स्तर से संचालित किया जाता है. इस पर बीएड कॉलेजों को अपने क्लास रूम की तस्वीर रोजाना अपलोड करने का प्रावधान है. ये व्यवस्था शिक्षा व्यवस्था की चुस्त मॉनीटरिंग करने के लिए की गई है. राज्यपाल सचिवालय की जांच में यह बात भी सामने आयी है कि इन बीएड कॉलेजों ने एनसीटीई की मान्यता से संबंधित नियमों के अलावा विश्वविद्यालयों के संबद्धता के प्रावधानों का भी पालन नहीं किया है. फिर क्या था राज्यपाल ने इनकी मान्यता रद्द करने का बड़ा फैसला ले लिया.