अर्जुन पुरस्कार के लिए बिहार की गोल्डन गर्ल श्रेयसी सिंह के नाम की सिफारिश
सिटी पोस्ट लाइव : कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्डन गर्ल बिहार की शूटर श्रेयसी सिंह के नाम की सिफारिश अर्जुन पुरस्कार के लिए कर दिया गया है. गौरतलब है कि 20 खिलाड़ियों के नाम की अनुशंसा की गई है जिसमे एक नाम इस बिहार की बेटी का है. कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्डन गर्ल श्रेयसी सिंह बिहार के जमुई जिले की रहने वाली हैं. उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय दिग्विजय सिंह है. स्कूल में पढ़ाई के दौरान उनमें निशानेबाजी का शौक हुआ. जमुई के गिद्धौर में नौवीं क्लास में पढ़ाई के दौरान श्रेयसी को निशानेबाजी के लिए जरूरी सामान की व्यवस्था कराई गई. अच्छी तालीम और निशानेबाजी में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए उन्हें नयी दिल्ली जाना पड़ा. श्रेयसी ने दिल्ली के हंसराज कॉलेज से ग्रेजुशन किया और 2007 में तुगलकाबाद में शूटिंग रेंज में ट्रेनिंग की है.
इसबार खेल मंत्रालय द्वारा भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और भारोत्तोलक मीराबाई चानू को संयुक्त रूप से देश के सबसे बड़े खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार देने की सिफारिश की गयी है.अर्जुन परस्कारों के लिए चोपड़ा के अलावा जूनियर विश्व चैंपियन हिमा दास और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली मध्यम दूरी के धावक जिन्सन जॉनसन, क्रिकेटर स्मृति मंधाना, हॉकी खिलाड़ी मनप्रीत सिंह एवं सविता पूनिया, राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा और एशियाई खेलों में युगल मैच में स्वर्ण पदक जीतने वाले टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना के नामों की सिफारिश की गयी है.
इन सिफारिशों को खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की सहमति मिलना बाकी है. एक बार उनके द्वारा अनुमोदित होने के पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 25 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में पुरस्कार देंगे. अगर राठौड़ चयन समिति की सिफारिश को मान लेते हैं तो कोहली खेल रत्न का सम्मान पाने वाले देश के तीसरे क्रिकेटर होंगे. इससे पहले यह खिताब दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर (1997) और दो बार विश्व कप जीतनेवाले पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धौनी (2007) को मिला है.
खेलमंत्री के अनुमोदन के बाद यह पुरस्कार दिया जायेगा. एशियाई खेलों के कारण इस साल पुरस्कार समारोह का आयोजन राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त की जगह 25 सितंबर को किया जायेगा. खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुने गये खिलाड़ियों को साढ़े सात लाख और अर्जुन पुरस्कार के विजेताओं को पांच लाख की पुरस्कार राशि दी जाती है.