अभी से कुछ घंटे में शुरू हो रहा है सूर्यग्रहण, राशियों पर क्या पड़ेगा प्रभाव.

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव :शनिवार की रात से ही सूतक काल शुरू हो चूका है.अभी से कुछ घंटे बाद  इस साल का पहला सूर्यग्रहण आज रविवार को शुरू हो जाएगा. यह सूर्यग्रहण बिहार में रिंग आकार में दिखेगा. पटना में यह सुबह 10.37 बजे शुरू हो जाएगा. सूतक काल को लेकर ज्‍योतिषचार्यों की ओर से कई निर्देश जारी किए गए हैं.सूतक काल शुरू होते ही मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं. सूतक काल में मंदिरों के अलावा घरों में पूजा-अर्चना पर भी रोक है. ग्रहण की इस खगोलीय घटना को लेकर लोगों में काफी उत्‍साह है. सूर्यग्रहण को नंगी आंखों से देखने की मनाही है. ऐसे में लोग एक्‍स-रे फिल्‍म और विशेष चश्‍मा से इसे देखने की तैयारी कर रहे हैं. पटना साइंस सेंटर ने सूर्यग्रहण को फेसबुक लाइव करेगा, जिसे लोग घर बैठे इसे देख सकते हैं.

 पटना में सूर्यग्रहण सुबह 10.37 बजे (10.37 AM) से शुरू हो जाएगा. सूर्यग्रहण पटना में 12.25 बजे अपने चरम स्थिति में रहेगा. दोपहर 2.09 बजे (2.09 PM) में खत्‍म होगा. इस तरह, राजधानी पटना में सूर्यग्रहण तीन घंटा 33 मिनट की टाइमिंग लेगा. इस दौरान लोगों को नंगी आंखों से देखने की मनाही की गई है.

ज्योतिषाचार्य दीपक मिश्र के अनुसार  आषाढ़ कृष्ण अमावस्या 21 जून रविवार को लगने वाले साल के पहले सूर्यग्रहण पर एक साथ कई प्रकार के संयोग बन रहे हैं. विभिन्न राशि वाले लोगों पर भी इसका असर पड़ेगा. उन्‍होंने बताया कि ग्रहण शुरू होने के 12 घंटे पहले यानी 20 जून शनिवार की रात 10.37 बजे से सूतक काल आरंभ हो गया है. ग्रहण समाप्ति के साथ ही सूतक भी समाप्त होगा. उन्‍होंने बताया कि सूतक काल में मंदिर में पूजा-अर्चना, मूर्तियों का स्पर्श वर्जित माना जाता है.

सूर्यग्रहण के दौरान सूर्य को नंगी आंखों से सीधे देखना घातक होता है. इस दौरान सूर्य से खतरनाक किरणें निकलती हैं, जो सीणे देखने पर आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इससे हम अंधे तक हो सकते हैं. सूर्यग्रहण देखने के लिए खास तरह के चश्मों का इस्तेमाल किया जा सकता है. मोतिहारी के डॉ. अतुल कुमार व गोपालगंज के डॉ. संदीप कुमार कहते हैं कि ग्रहण के दौरान सूर्य की अवरक्त और पराबैंगनी किरणें आंखों को भारी क्षति पहुंचा सकती हैं.

सूर्य ग्रहण का राशियों पर भी प्रभाव पड़ेगा.

कर्क

संपत्ति के मामले में हानि हो सकती है. कर्ज ना लेना है न ही देना है. खर्चे बहुत अधिक बढ़ सकते हैं गरीब व्यक्ति को आप अन्न, गुड़, तिल या वस्त्र का दान कर सकते हैं, जो आपके लिए बेहद अच्छा रहने वाला है. शिव आराधना जपु जी साहब का पाठ करें. दही, सफेद वस्त्र, दूध, पानी की बोतलें दान करें.

सिंह

लाभ प्राप्‍त होने के संकेत हैं. नए लोगों से मिलेंगे और आपकी नए लोगों से दोस्ती बढ़ेगी. पैसों के मामलों में आपकी स्थिति काफी अच्छी रहेगी. यह सूर्य ग्रहण आपके लिए काफी फलदायी होने वाला है. ओम् सूर्याय नमः का पाठ करें. तांबे का बर्तन, आटा, कनक, गुड़, आम ,सेब, हलवा, ब्रेड दान करें.

तुला

वाणी पर नियंत्रण रखें. झगड़ा हो सकता है. लक्ष्मी जी की पूजा करें. मंदिर में पूजन सामग्री, दीपक, घी, मूर्तियों के वस्त्र, मास्क आदि दान करें.

ब्रिश्चिक

ग्रहण अष्टम भाव में होगा. हर प्रकार के संक्रमण से बचने की जरूरत है. निवेश करना आपके लिए अच्‍छा नहीं है. सांस से संबंधित बीमारियों को लेकर भी आपको खासा ध्‍यान देने की जरूरत है. हनुमान चालीसा सुखमणि साहिब का पाठ करें. हल्दी, चीनी, गुड़, शक्कर, लाल, पीले फल, लाल रंग के मास्क का दान करें.

धनु

ग्रहण आपकी राशि के 7वें भाव में लगने जा रहा है. परेशानियों से मुक्‍त हो जाएंगे. उतनी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. सेहत के मामले में इस वक्‍त पहले की तुलना में अधिक सावधान रहने की जरूरत है. विष्णु पूजा, चना, बेसन, पीली मिठाई, महामृत्युंजय मंत्र, ऑटोमेटिक सेनेटाइजर, बेकरी आयटम दान करें.

मकर

इस राशि के लोगों के लिए यह सूर्य ग्रहण शुभ है. सुंदर कांड का पाठ करें. चना, उड़द, सरसों तेल, काजल, सुरमा, जूते, चप्पल, काली छतरी दान करें.

कुंभ .

चिंता बढ़ सकती है. किसी रिलेशनशिप में पड़ने से बचना चाहिए. पैसों के मामले में इस वक्‍त कोई खास लाभ नहीं मिलने वाला है. आर्थिक मामलों में आपकी स्थित सही रहेगी. हनुमान जी की आराधना करें,  चौपई साहब का पाठ करें. कोयला, गैस सिलेंडर, अन्न, सरसों का तेल दान करें.

मीन.

ग्रहण काफी फायदेमंद हो सकता है. रुके हुए काम पूरे हो जाएंगे. व्‍यापारियों और नौकरीपेशा लोगों के लिए यह सूर्य ग्रहण अच्‍छे फल देने वाला साबित होगा. सूर्यग्रहण के प्रभाव से आपको स्‍वास्‍थ्‍य से जुड़ी कोई समस्‍या पेश आ सकती है. रामचरित मानस, मूल मंत्र का पाठ करें. केले, पपीता, खरबूज, चीटियों को तिल, चावल और शक्कर खिलाएं, पीले वस्त्र का दान करें.

 आपकी कुंडली में दी गई चंद्र राशि के अनुसार ग्रहण का यह सामान्य फल हो सकता है. फिर भी हर व्यक्ति की ग्रह-दशा आदि के अनुसार कई अन्य फलादेश भी होंगे. ग्रहण के बाद बताए गए दान या पाठ में से कुछ भी कर सकते हैं.

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