सिटी पोस्ट लाइव : जगन्नाथ जी की जय, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की जय.जयकारे के साथ फूलों की बारिश के बीच हजारों-हजारों की संख्या में राज्य के कोने कोने आए श्रद्धालु शनिवार को पटना बुद्ध मार्ग स्थित इस्कॉन मंदिर परिसर के आगे बढ़ रहे थे. सभी गेरुआ वस्त्र पहने भक्त भगवान जगन्नाथ के के रंग में रंगे जयकारे लगाते हुए रथ को खींचने में जुटे थे. रथ-यात्रा को इस्कॉन मंदिर के चेयरमैन पीएन पोद्दार और लंदन से आए स्वामी महाविष्णु महाराज ने शंखनाद कर रवाना किया. चौक-चौराहों से होते हुए वापस इस्कॉन मंदिर यात्रा खत्म हुई.
दोपहर के ढाई बज चुके थे. बच्चे, युवा, बुजुर्ग और महिलाएं काफी संख्या में जमा हो कर एक कतार से रथ को आगे खींचने में एक दूसरे का सहयोग कर रहे थे. आम लोगों के साथ भारी संख्या में दिल्ली, बनारस, मथुरा, वृदांवन आदि स्थानों से आए श्रद्धालु भक्ति गीतों पर झूम रथ-यात्रा को यादगार बना रहे थे.रथ-यात्रा के दौरान आगे-आगे घोड़े, हाथी, ऊंट और बैंड बाजे चल रहे थे .भक्ति गीत गाये जा रहे थे. विभिन्न प्रकार के फूलों से सजा भगवान जगन्नाथ के रथ की खूबसूरती देखने लायक थी. 40 फीट ऊंचे रथ पर आरुढ़ भगवान जगन्नाथ, बालभद्र एवं सुभद्रा को सजा कर उनकी आरती लंदन से आए विष्णु महाराज ने की. शंखनाद की ध्वनि गूंजते ही रथ को रवाना कर दिया गया. इस मौके पर स्वच्छता अभियान का एक नजारा भी दिखा .
भगवान के रथ को खीचने के लिए लाखों लोग की भीड़ लगी थी. बड़े-बुजुर्गो के संग महिलाएं रथ को आगे ले जाने के लिए कतार में लगकर जोर लगा रही थीं. रथ-यात्रा में वैसे तो हर उम्र के लोग शामिल थे लेकिन युवाओं का जोश देखने लायक था. भगवान की मूर्ति का पट खुलते ही रथ के पास आकर सेल्फी लेने की होड़ मच गई . महिलायें, युवतियां अपने दोस्तों के साथ हर पल को कैमरे में कैद करतीं नजर आईं. इस्कॉन मंदिर से रथ जब डाकबंगला चौराहे पर आया तो लोगों की भीड़ से पूरा शहर पट चुका था. भगवान जयकारे के साथ लोगों ने महोत्सव का भरपूर आनंद उठाया.लकिन ट्रैफिक जाम ने लोगों को खूब झेलाया भी .
लंदन से आए श्रीमद् महाविष्णु गेरुआ वस्त्र धारण कर सिर पर भगवान के अवतार की मूर्ति लेकर भक्ति गीतों के साथ झूम रहे थे लोग उनके साथ नृत्य करने को बेताब थे. महाविष्णु ने कहा कि भगवान की यात्रा सामाजिक समरसता का भाव पैदा करती है. महोत्सव में लंदन से आए विष्णु महाराज ने कहा राजधानी के लोगों में गजब की आस्था है. संसार में भगवान के नाम के सिवाय कुछ भी नहीं है. यात्रा के दौरान सामाजिक समरसता का ऐसा दृश्य दिखा जिसमें हर कोई गोते लगाने को बेताब था.
भगवान की रथ-यात्रा के दौरान विभिन्न चौक-चौराहे पर श्रद्धालु भगवान की एक झलक पाने को घंटों खड़े थे. रथ आते ही लोग भगवान जगन्नाथ के जयकारे लगाते नजर आए. इस्कॉन मंदिर समिति के अध्यक्ष कृष्ण कृपा दास रथ का संचालन करने में लगे थे. प्रसाद पाने के लिए लोगों में गजब का उत्साह था. एक्जीबिशन रोड, डाक बंगला चौराहा, राम गुलाम चौक आदि जगहों पर लोगों ने भगवान की रथ-यात्रा का दीदार कर प्रसाद प्राप्त किया. यात्रा में लोक प्रकाश सिंह, सुषमा, इस्कॉन मंदिर के प्रवक्ता नंद गोपाल दास आदि के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे.