बेगूसराय : छठ महापर्व के मौके पर कल्पवास करने गंगा तट पहुंचे श्रद्धालु
सिटी पोस्ट लाइव : सूर्योपासना के महापर्व छठ लोग आराधना में लीन हैं। हजारों लोग गंगा किनारे कल्पवास कर रहे हैं। महापर्व के तीसरे दिन शनिवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। रातभर लोग प्रसाद तैयार करने में लगे रहे। इसकी शुरुआत कलश पर रखने के लिए माठ बनाने के साथ हुई। इसके बाद गेहूं के ठेकुुआ, चावल के लड्डू, पिरिकिया, पुआ, गेहूं आटे के सूूर्य, चांद, लोला और गनगुआयर आदि बनाए गए।
लोगों ने बांस के डाला में पकवानों के साथ फल आदि पूजा सामग्री तैयार कर ली है। खरना की रात जिले में 200 से अधिक स्थानों पर नाटकों का मंचन हुआ। कई जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। बेगूसराय में करीब 50 जगहों पर भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित की गई है। पट खुलते ही प्रतिमा दर्शन को भीड़ उमड़ रही है। गढ़पुरा में पांच जगहों पर भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित की गई हैं। घाटों पर सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त हैं।
स्थानीय लोगों के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और नेपाल के एक हजार से अधिक श्रद्धालु सूर्य आराधना के लिए गंगा के तटों पर कल्पवास कर रहे हैं। सिमरिया गंगा धाम कल्पवास स्थल, चमथा एवं साहेबपुर कमाल के राजघाट कल्पवास स्थल पर छठ मैया के गीत गूंज रहे हैं। शारदा सिन्हा के छठ गीत धूम मचाए हैं। अनुुुराधा पौडवाल का छठ गीत ‘कांंच ही बांस के बहंगिया हो दीनानाथ, बंहगी लचकत जाय’ भी लोगों की जुबान पर है। डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि जिले में 621 जगहों पर छठ घाट बनाए गए हैं। हजारों जगह घर पर ही लोग छोटा तालाब बनाकर सूर्यदेव को अर्घ्य दे रहे हैं।