महागठबंधन की बैठक से वामदल ने किया किनारा़, अकेले चुनाव लड़ने के कयास तेज!
सिटी पोस्ट लाइवः 27 फरवरी को दिल्ली में महागठबंधन की अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में देश की तमाम विपक्षी पार्टियां जो महागठबंधन का हिस्सा हैं उनके बड़े नेता भाग लेंगे। मसलन बिहार से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा और देश के दूसरे राज्यों से भी महागठबंधन के तमाम नेता भाग लेंगे लेकिन वाम दल ने इस बैठक से पहले हीं बैठक का जायका बिगाड़ दिया है खबर है कि वाम दल ने इस बैठक से किनारा कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर 27 फरवरी को दिल्ली में होने वाली विपक्षी पार्टियों की बैठक में वाम पार्टियां शामिल नहीं होगी। बुधवार को होने वाली यह बैठक न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर बुलाई गई है।
कांग्रेस, टीडीपी, राजद समेत कई राजनीतिक दल इसमें शामिल होंगे, लेकिन वाम दलों ने इस बैठक में शामिल होने से मना कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में एनडीए के विरोध में एकजुट होने और महागठबंधन को लेकर चर्चा होने वाली है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार, बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के नेता एन चंद्रबाबू नायडू, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला, राजद के तेजस्वी यादव के अलावा और छोटे दल के नेताओं के हिस्सा लेने की संभावना है। वामदल के द्वारा महागठबंधन की इस अहम बैठक से किनारा करने के बाद यह कयास भी लग रहे हैं कि क्या वाम दल अकेले चुनाव लड़ना चाहती है? क्या इस बैठक से किनारा कर वाम दल ने महागठबंधन से किनारे हटने के संकेत दिये हैं?