सिटी पोस्ट लाइव :NDA में सीट शेयरिंग को लेकर क्या चल रहा है अभीतक किसी को पता नहीं.चिराग पासवान के तेवर लगातार तल्ख़ हैं.लेकिन महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर आपाधापी मची है.कांग्रेस पार्टी के साथ पिछले पांच दिनों से बातचीत ठप्प है लेकिन उपेन्द्र कुशवाहा अब सक्रीय दिख रहे हैं. रालोसपा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा तेजस्वी यादव से मिलने शुक्रवार की शाम राबड़ी हाउस पहुंचे. राबड़ी हाउस के अंदर जाने के दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पहले मिलने दीजिए. बाद में बात करते हैं. दोनों नेताओं के बीच बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति के साथ साथ सीट शेयरिंग पर बात हुई.
गौरतलब है कि आज ही उपेंद्र कुशवाहा दिल्ली से पटना लौटे हैं. पटना एयरपोर्ट परउन्होंने कहा था कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर सबकुछ ठीक है.बातचीत चल रही है. उन्होंने कहा कि परेशानी तो एनडीए में हो रही है. एनडीए में अवसरवादिता है. वहां लोग सीट शेयरिंग को लेकर उलझे हुए है.
आगे उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अभी तो एनडीए में भी सीट शेयरिंग को लेकर कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है. एनडीए अपना कुनबा को बचाए. महागठबंधन एकजुट है. एनडीए में सीट को लेकर अवसरवादिता है. सीट को लेकर वहां लोग आपस में लोग जुझ रहे हैं. बीते 15 सालों में बिहार में क्या हुआ इसका जवाब देने के बजाय सोशल इक्केवेशन करने में लगे हैं. वो कुछ भी कर लें. इस बार बिहार से एनडीए का जाना निश्चित है.
हम लोग चाहते हैं कि बिहार में इस बार चुनाव जनता के मौलिक मुद्दे को लेकर हो. शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के मुद्दे पर बात होनी चाहिए. अब तक इस मुद्दे पर चुनाव नहीं हुआ है. इसलिए इसका खामियाजा जनता को ही भुगतना पड़ा है. मेरी लोगों से अपील है कि इस बार लोग जातपात के आधार पर वोट न करें. मुद्दे के आधार पर वोट करें. जो लोग कोरोना काल में बिहार आए. और इस संकट के स्थिति में उनके वापस बाहर जाना पड़ रहा है. अगर बिहार में रोजगार होता, तो उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ता.
बिहार में हो रहे उद्घाटन और शिलान्यास पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि बिहार में काम नहीं हुआ है. बिहार में कोई काम नहीं हुआ है. और चुनाव से पहले जल्दी जल्दी में उद्घाटन और शिलान्यास किया जा रहा है ताकी जनता को झांसे में फंसाया जा सके. जनता सब देख रही है बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य बर्बाद है और युवा बेरोजगार है.