सिटी पोस्ट लाइव : RJD नेता तेजस्वी यादव अपनी पार्टी को बिहार के बाहर मजबूत करने में जुटे हैं.नागालैंड में तो उनकी पार्टी चुनाव लड़ ही रही है अब वो झारखण्ड पर विशेष ध्यान दे रहे हैं.20 19 के विधान सभा चुनाव में सात सीटों पर सफलता मिलने से उत्साहित तेजस्वी यादव 12 फरवरी को रांची पहुँच रहे हैं.वो झारखण्ड में संगठन को मजबूत करने की रणनीति बनायेगें.झारखंड में RJD के एक विधायक सत्यानंद भोक्ता हैं जो हेमंत सरकार में श्रम संसाधन मंत्री हैं.
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में वहां बीजपी के खिलाफ झामुमो, कांग्रेस और राजद ने मिलकर महागठबंधन राजनीति की. RJD को चुनाव लड़ने के लिए 7 सीटें मिलीं. लेकिन RJD की कमजोरी ही दिखी और महज एक सीट पर ही RJD की जीत हुई.हेमंत सोरेन ने महागठबंधन की सरकार बनाई. लेकिन RJD की ताकत उस समय दिखी जब मंत्री पद के लिए चार-एक का फॉर्मूला तय होने के बावजूद इस फॉर्मूला से अलग हटकर हेमंत सोरेन ने दरियादिली दिखाते हुए एक विधायक वाली पार्टी RJD को अपनी सरकार में एक मंत्री पद दिया.
तेजस्वी यादव शुरुआती समय में माह के अंतिम शनिवार को झारखंड जाते थे और वहां संगठन के नेताओं के साथ मीटिंग करते थे. लेकिन वह सिलसिला भी खत्म हो गया. वे कुछ महीनों से बिहार में सरकार बनाने और उसे ठीक से चलाने की व्यस्तता में रहे. इसलिए झारखंड पर ध्यान नहीं दे पाये. लेकिन अब तेजस्वी के टारगेट पर झारखंड है. वह 12 फरवरी को झारखंड में RJD को मजबूत बनाने का पूरा खाका लेकर जा रहे हैं. जिला स्तर और उससे नीचे तक RJD को ताकतवर बनाने की रणनीति तैयार है.
नवंबर 2022 को RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद ने संजय सिंह यादव को झारखंड का नया अध्यक्ष बनाया था. पूर्व सांसद घूरन राम जैसे नेताओं को फिर से पार्टी में तरजीह दी गई थी. उन्हें RJD का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया था. तेजस्वी इस रणनीति पर भी काम करेंगें कि पिछले कुछ वर्षों में RJD को छोड़ जो जनाधार वाले नेता अन्य पार्टियों में चले गए हैं उन्हें कैसे अपनी तरफ लाया जाए.