रघुवंश सिंह के RJD छोड़ने से कितनी बढ़ी है तेजस्वी यादव की चुनौती?
तेजस्वी को घर में ही घेरने की पूरी तैयारी, चुनाव में रामा सिंह राजपूत समाज को कर पायेगें गोलबंद?
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले RJD में भगदड़ मची है. अबतक RJD के 7 विधायक और 5 विधान पार्षद और कांग्रेस के 2 विधायक JDU के साथ जा चुके हैं. लेकिन सबसे ज्यादा बड़ा झटका RJD को रघुवंश प्रसाद सिंह ने दिया है. राजपूत समाज के सबसे बड़ा नेता रघुवंश प्रसाद के टक्कर का बिहार में और कोई दूसरा नेता नहीं है. 32 सालों तक लालू यादव के साथ रहे लेकिन RJD छोड़ने के बाद उन्होंने RJD पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार को लेकर बड़ा हमला बोला है. लालू यादव के पुराने साथी और भरोसेमंद नेताओं के एक एक कर पार्टी को अलविदा कहने से चुनाव में तेजस्वी की चुनौतियाँ बढ़ गई हैं.
रघुवंश प्रसाद सिंह को तेजस्वी यादव ने रामा सिंह के प्रेम में खो दिया है. सवाल ये है क्या रामा सिंह का प्रताप रघुवंश की समाजवादी छवि का मुकाबला कर पाएगा.क्या रामा सिंह रघुवंश सिंह के पार्टी छोड़ने से RJD को हुए नुकशान की भरपाई आर पायेगें? रघुवंश प्रसाद को नजरअंदाज करने और रामा सिंह के प्रति प्रेम दिखाए जाने की वजह तेजस्वी यादव की एक विधान सभा सीट राघोपुर है, जहाँ से वो खुद चुनाव लड़ते हैं. भोला राय और पंछीलाल राय की जोड़ी उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में ही घेर सकती है. दोनों में से किसी एक को JDU का प्रत्याशी भी बनाया जा सकता है. ऐसे में तेजस्वी की राह मुश्किल हो सकती है.तेजस्वी यादव रामा सिंह के जरिये इसी चुनौती का सामना करना चाहते हैं.
तेजस्वी यादव को लगता है कि उनकी राघोपुर की सीट बचाने में रामा सिंह अहम् भूमिका निभा सकते हैं.वो राजपूत समाज को RJD के पक्ष में गोलबंद कर सकते हैं. तेजस्वी के कोर टीम के लोगों का यह मानना है कि रामा सिंह में वो काबिलियत है कि वो अपने बिरादरी वाला वोट ट्रांसफर करवा सकते हैं. लेकिन रघुवंश प्रसाद के जाने से तेजस्वी ही नहीं पार्टी के छवि पर भी बड़ा असर दिख सकता है. रघुवंश प्रसाद सिंह की समाजवाद छवि और इतना लंबा अनुभव तेजस्वी के साथ साथ पार्टी के लिए फायदेमंद हो सकता था. यही नहीं कार्यकर्ताओं के दिल से जातिवाद की जटिलता ढीली पड़ जाती थी.इस बीच ये खबर आ रही है कि रामा सिंह अपनी पत्नी को महानार से चुनाव लड़ाना चाहते हैं लेकिन लालू यादव उन्हें लालगंज की सीट देना चाहते हैं. रामा सिंह के करीबी लोगों के अनुसार रामा सिंह की पत्नी तो लालगंज से जीत जायेगी लेकिन तेजस्वी यादव को राघोपुर ,महानार और विदुपुर की सीट गंवानी पड़ सकती है. उनका कहना है कि रामा सिंह की पत्नी के महनार से चुनाव लड़ने से राघोपुर और विदुपुर सीट भी आसानी से निकल जाएगा.
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