सिटी पोस्ट लाइव : तेजस्वी यादव पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और एनडीए के राज्यसभा उम्मीदवार सुशील कुमार मोदी ने निशाना साधा है। उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर तेजस्वी के गांधी मूर्ति के नीचे धरना दिए जाने को लेकर हमला बोला है।
सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर लिखा है कि राजद के 15 साल के राज में दलितों के सामूहिक संहार, फिरौती के लिए 17000 लोगों का अपहरण और पंचायत से संसद तक के लिए हुए कुल नौ चुनावों में 641 हत्याएं हुईं, लेकिन तब उन्हें गांधीजी के सिद्धांत की याद नहीं आयी। लालू- राबड़ी राज में गांधी ही नहीं, जेपी, लोहिया, कर्पूरी ठाकुर तक अनेक महापुरुषों के आदर्शों को रौंद कर सम्पत्ति बनायी गई और वंशवादी राजनीति को मजबूत किया गया।
उन्होंने आगे लिखा, आज जिनके मन में गांधी जी की प्रतिमा के सामने धरना देने का विचार आ रहा है, वे सत्ता में रहते हुए गांधी को बहुत पहले भूल चुके हैं। गांधीवाद से उन्हें यदि सचमुच कोई लगाव होता तो माओ-लेनिन के हिंसक सिद्धातों में भरोसा रखने वाले वामदलों से गठबंधन नहीं करते।
सुशील मोदी ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा, लालू प्रसाद ने नोटबंदी और जीएसटी का विरोध किया, लेकिन संसदीय चुनाव में गरीबों ने उन्हें खारिज कर दिया। उनकी पार्टी ने वोट बैंक की राजनीति के चलते नागरिकता कानून के खिलाफ भ्रम फैलाने वालों का भी साथ दिया। इसके बावजूद सीमांचल में उन्हें निराशा मिली। अब राजद, कांग्रेस और वामदल कृषि कानून पर भ्रम फैला रहे हैं।
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि एनडीए सरकार ने कुछ फसलों की एमएसपी ढाई गुना तक बढ़ाकर इस व्यवस्था को मजबूत किया, जबकि विपक्ष इसके खत्म होने का झूठ प्रचारित कर रहा है। उनका झूठ फिर बेनकाब होगा।बता दें कि तेजस्वी ने शुक्रवार को महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना देने को लेकर तर्क दिया था कि यह गांधी जी से विचारों से जुड़ा मसला है। उन्होंने कहा था कि गांधी जी को महात्मा चम्पारण की धरती ने बनाया। नील की खेती वाली और अंग्रेज वाली ही स्थिति है। हर किसी को मजदूर बनाकर छोड़ा जाएगा।