उपचुनाव में रोजगार RJD का मुद्दा,तो JDU उठा रहा लालू-राबड़ी के 15 साल का कुशासन

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में दो विधान सभा सीटों के लिए हो रहा उप-चुनाव JDU और RJD के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई है.तेजस्वी यादव उपचुनाव में भी लगातार रोजगार का सवाल उठा रहे हैं तो जेडीयू लालू-राबड़ी के 15 साल के कुशासन की याद दिला रही है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने रविवार को कहा कि तेजस्वी यादव तो 9 वीं पास हैं उन्हें रोजगार के बारे में क्या मालूम?नीतीश कुमार के राज में बिहार लोक सेवा आयोग, अवर सेवा चयन के जरिए और सिपाही बहाली में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराए गए. कहा कि तेजस्वी यादव के माता-पिता के 15 वर्षों में रोजगार का क्या हाल था, सभी को मालूम है.

JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की RJD नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर की गई टिप्पणी पर RJD ने पलटवार किया है.RJD के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि JDU जमीनी हकीकत को नजरअंदाज कर अपने आप को धोखा दे रही है. उन्होंने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव की शैक्षणिक योग्यता पर टिप्प्णी करना जदयू नेता के मानसिक दिवालियापन को ही दर्शाता है. तेजस्वी यादव द्वारा उठाये गए बेरोजगारी , महंगाई और जनता की मूल समस्यायों पर बोलने के लिए जदयू नेता के पास कोई शब्द और आंकड़े नहीं है.16 वर्षों के एनडीए शासनकाल में बेरोजगारी की दर दोगुना से भी ज्यादा हो गई है.

RJD के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि सरकार के विभिन्न विभागों में लगभग आठ लाख रिक्तियां पड़ी हुई हैं. चार लाख से ज्यादा तो केवल शिक्षकों के पद रिक्त हैं. वर्षों से चल रही शिक्षक बहाली की प्रक्रिया तो पूरी हो ही नहीं रही है. स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण महकमे में डॉक्टर से लेकर तकनीशियन के पद 60 प्रतिशत से 80 प्रतिशत तक खाली पड़े हैं.उन्होंने कहा कि जेडीयू को तारापुर की जनता से माफी मांगनी चाहिए कि सरकार की व्यवस्था की खामियों के शिकार मेवालाल चौधरी नहीं हुए होते तो तारापुर में उपचुनाव की जरूरत नहीं पड़ती.

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