सिटी पोस्ट लाइव : राजद परिवार के भीतर का विवाद शायद अब थम गया है. तेज प्रताप के बयान लगातार पार्टी को मुश्किलों में डाल रही थी. जिसके बाद अब उन्हें लालटेन से बेदखल कर दिया गया है. मतलब तेजप्रताप यादव पार्टी सिम्बल लालटेन का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. यह सिम्बल तेज प्रताप ने अपने नए संगठन छात्र जनशक्ति परिषद् में किया था. जिसके बाद अब उन्हें इसके इस्तेमाल पर पूरी तरह से पप्रतिबंध राजद ने लगा दी है. RJD के अंदर तेजस्वी – तेजप्रताप में मचे घमासान के सवाल पर शिवानंद तिवारी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. विवाद के सवाल पर शिवानंद तिवारी ने बताया की तेजप्रताप यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. शिवानंद तिवारी ने खुलासा किया कि तेजप्रताप यादव को पार्टी के आधिकारिक चिन्ह लालटेन के इस्तेमाल की भी मनाही कर दी गई है. यानी RJD में पार्टी की विरासत लालू यादव के बाद अब पूरी तरह से तेजस्वी को मिल चुका है
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया तो उन्होंने साफ़ कहा कि जब उन्होंने अपना अलग संगठन ही बना लिया तो उन्हें निष्कासित करने का क्या सवाल है. वह तो खुद निष्कासित हो चुके हैं. उन्होंने जो संगठन बनाया है उसमें तो उन्होंने लालटेन का सिंबल लगाया था, तो पार्टी ने उन्हें इसेक इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी.
वहीं उन्होंने कांग्रेस पर भी तंज कसा है. उन्होंने कहा कि हम लोग दोनों सीटों पर चुनाव लड़ना चाह रहे थे. इस बात की जानकारी कांग्रेस को भी दे दी गई थी. इसके बाद भी उन्हें ऐतराज है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 70 सीट पर चुनाव लड़ी थी. लेकिन प्रचार करने के लिए 25 से 30 सीटों पर गए. यही नहीं शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि ये जिनके साथ जाते हैं, उन्हें डूबा देते हैं. बिहार का हाल तो सबने देखा है, इससे पहले वे उत्तर प्रदेश में सपा पार्टी के साथ चुनाव लड़े. अखिलेश यादव के साथ उनका रिश्ता टूट गया. पिछले विधानसभा चुनाव में एक सौ से ज्यादा सीटें उन्होंने ले लिया और नतीजा क्या निकला.
शिवानंद तिवारी ने कहा कि जहां क्षेत्रीय पार्टियां मजबूत है वहां तो कमान उनके हाथों में दीजिए. अगर उन्हें दबायेंगे तो बिहार , उत्तर प्रदेश, बंगाल, तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी से कैसे मुकाबला करेंगे. इसलिए क्षेत्रीय पार्टियों को मौका दें. वे ड्राइविंग सीट पर रहेंगे हम लोग कहां जाएंगे ??
वहीं उन्होंने कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कहा कि कन्हैया देश के नेता हैं. उनको बिहार तक सीमित नहीं रखना चाहिए. साथ ही कहा कि कांग्रेस डूबती जहाज है और हमारी ऐतिहासिक जवाबदेही है कि कांग्रेस को बचाएंगे. कन्हैया ऐतिहासिक जवाबदेही निभाने के लिए पार्टी में गए हैं. हम सब की शुभकामना है कि वो ऐतिहासिक जवाबदेही सफलतापूर्वक निर्वहन करें.
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