सिटी पोस्ट लाइव, रांची: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने कोरोना संक्रमण को लेकर कहा कि हेमन्त सरकार की कुव्यवस्था के कारण कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इस राज्य में लोग भगवान भरोसे जीने को मजबूर हैं। बुधवार को प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल और रिम्स के निरीक्षण के दौरान सरकार की अव्यवस्था साफ साफ देखने को मिला। दवाई, ऑक्सीजन के अभाव में कराहते हुए लोगों को देखा। मरीजों को बेड, चिकित्सक सलाह का अभाव और भूख से बिलखते हुए देखा। कुछ मरीजों को बेड तो मिला है। लेकिन केयर टेकर का भारी अभाव दिखा।
उन्होंने कहा कि पूरा राज्य भगवान भरोसे चल रहा है। पूरे देश में संक्रमितों की संख्या औसत 1.08 फीसदी है तो झारखंड में 2.10 फीसदी है। उन्होंने कहा कि मुझे दुख है कि झमुमो, कांग्रेस की नीति की सरकार विकास में फिसड्डी है और कोरोना संक्रमण में पूरे देश में अवल्ल पर है। देश में रिकवरी रेट 86 फीसदी है जबकि झारखंड में 80 फीसदी है। सरकार की उदासीनता एवं संवेदनहीनता के कारण करोना से लड़ाई लड़ने में फिसड्डी राज्य बन गया है। एक ओर हेमंत सोरेन कुम्भकरणी निंद्रा में हैं। दूसरी ओर जनता व पीड़ित परिवार परेशान हैं।
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उन्होंने कहा कि इस सरकार ने सिर्फ एक कार्य किया है वह है मेडिकल में एनसिडेंट कमांडर की नियुक्ति, जो कि केवल नाम के लिए नियुक्त हुए हैं। संसाधन की कमी के कारण वे लोग हांथी की दांत साबित हो रहे हैं। जीवनरक्षक दवाइयों की भारी कमी है। जबकि दूसरे राज्य मैन्युफैक्चर से बात कर सीधे लाभ ले रहे हैं। दवाइयों का उपयोग पर पारदर्शिता लाया जाए। इस राज्य में ऑक्सीजन की कमी नहीं है बल्कि सिलेंडर की कमी है। सरकार को यथाशिघ्र स्टील कंपनियों से संपर्क कर सिलेंडर की कमी को पूरा करना चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य है कि सरकार लेटलतीफी व्यवस्था टेंडर के मार्फत सिलेंडर लेने के प्रयास में है। प्रकाश ने कहा कि अस्पतालों में बेड की स्थिति स्पष्ट करना चाहिए। लोग अस्पताल दर अस्पताल चक्कर लगाने को मजबूर हैं। प्रत्येक दिन सरकार को मेडिकल बुलेटिन जारी करना चहिए।
उन्होंने कहा कि हालात यह है कि लोगों को मृत शरीर प्राप्त करने के लिए, शवों को जलाने के लिए लकड़ी की व्यवस्था के लिए भी पैरवी लागना पड रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी असंवेदनहीन सरकार अब तक मैंने नहीं देखा। झारखंड की जनता बर्दास्त अब नहीं करेगी। राज्य सरकार लक्ष्मण रेखा पार कर चुकी है। हेमन्त सरकार एम्बुलेंस की कमी को यथा शीघ्र पूरा करे। शव ढोने के लिए अलग से गाड़ी की व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नगर पालिका, नगर निगम का अधिकार छिनने कार्य किया है। सरकार काम करने वाली संस्थाओं को रोकने का कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि राजधानी से लेकर सुदूरवर्ती ग्रामीण तक राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इस राज्य में व्यक्ति नहीं मर रहा सिस्टम मरा हुआ है और सिस्टम मरा हुआ है इसलिए लोग मर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस विपरीत परिस्थिति में वे राजनीति से दूर रहना चाहते हैं लेकिन राज्य सरकार ने राज्य के हालात बिगाड़ रखी है। ऐसे स्थिति में एक सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाते हुए कोरोना के जंग में जीत सुनिश्चित करना है। मौके पर उन्होंने रामनवमी की शुभकामना दी।
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