सिटीपोस्टलाईव : कर्नाटक चुनाव के नतीजे आने के बाद राजनीतिक सियासत गरमाई हुई है| सभी नेता अपनी पार्टी का किला फ़तेह करने में लगे हैं| सबसे बड़ी पार्टी उभर कर आने के बावजूद बीजेपी के लिए कर्नाटक में सरकार बनाने की राह आसन नहीं लग रही है| इस मामले में राजद नेता शिवानंद तिवारी भी उतर चुके हैं| राजद नेता शिवानंद तिवारी ने बीजेपी नेताओं से कई सवाल करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को यह स्पष्ट करना चाहिए कि बिहार में आपलोग किस दरवाज़े से प्रवेश कर सत्ता भोग रहे हैं? बिहार की जनता ने तो आपको विपक्ष में बैठने का आदेश दिया था बल्कि यही सवाल भाजपा से गोवा, अरुणाचल या मेघालय के विषय में भी पूछा जा सकता है|
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं को बताना चाहिए कि कर्नाटक की जनता ने उनके किस बात का समर्थन किया है. क्या वहाँ की जनता ने येदुरप्पा और जनार्दन रेड्डी के भ्रष्टाचार का समर्थन किया है या प्रधानमंत्री जी का फ़ील्ड मार्शल करियप्पा या जेनरल थीम्मैया के विषय में बोले गए झूठ का समर्थन किया है| बीजेपी पर हमला करते हुए शिवानंद तिवारी ज़रूर यह दावा कर सकती है कि जन और धन प्रबंधन में अभी उसका कोई मुक़ाबले में नहीं है| संभव है परदा के पीछे से कांग्रेस या जेडीएस को तोड़ने में अपने प्रबंधन कला को अभी और निखारने के प्रयास में भाजपा लगी हुई हो| इसलिए यह स्पष्ट हो गया है कि प्रतिपक्ष को भी इस ताक़त को परास्त करने का प्रबंधन करना पड़ेगा| सबकुछ भूलकर प्रतिपक्षी एकता क़ायम करना ही इनको पटकनियाँ देने का एकमात्र प्रबंधन है|