राजनीती: झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने कहा “अकेले चुनाव लड़ेगी पार्टी”

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राजनीती: झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने कहा “अकेले चुनाव लड़ेगी पार्टी”

सिटी पोस्ट लाइव, जामताड़ा :  झामुमो सुप्रीमो और सांसद शिबू सोरेन ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा का किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं होगा। झामुमो स्वतंत्र रूप से चुनाव में उतरेगा। लोकसभा के ठीक बाद विधानसभा चुनाव होना है। उन्होंने कहा कि लोग अभी से पैसा लेकर घूम रहे हैं। पैसे से वोटरों को बरगलाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे लोगों से सावधान रहें। विधानसभा चुनाव में पार्टी जामताड़ा सीट पर भी उम्मीदवार देगी। गुरुवार को बोकारो से दुमका जाने के दौरान नारायणपुर के  झिलुवा पंचायत के बांसपहाड़ी गांव में वे कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।  झिलुवा पंचायत से ही जमींदारी एवं महाजनी प्रथा के विरोध में उन्होंने आंदोलन शुरू किया था। कार्यकर्ताओं से कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव का आगाज इसी बांसपहाड़ी गांव से शुरू कर रहा हूं। सभी कार्यकर्ता तैयारी में जुट जाएं।

शिबू सोरेन के इस बयान से विपक्षी महा-गठबंधन को धक्का लगा है। कांग्रेस, झामुमो, झाविमो और राजद ने एक छतरी के नीचे आकर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। हेमंत सोरेन को गठबंधन का नेता मानने पर भी सहमति बन चुकी है। गठबंधन के तहत सीट शेयरिंग को लेकर दुर्गापूजा से पहले विपक्षी दलों के नेता कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने दिल्ली गए थे। झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी की राहुल से भेंट भी हुई, जबकि हेमंत सोरेन की मुलाकात नहीं हो सकी थी। उसी दिन पूर्व सीएम मधु कोड़ा की विधायक पत्नी गीता कोड़ा ने राहुल के सामने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। माना जा रहा है कि राहुल और हेमंत की मुलाकात के बाद विपक्षी गठबंधन के तहत सीट शेयरिंग का फार्मूला तय होगा, लेकिन उससे पहले ही शिबू के बयान के कई अर्थ लगाए जा रहे हैं। सीट बंटवारे को लेकर सभी दलों द्वारा पहले से ही बढ़-चढ़कर दावे पेश किए जा रहे हैं। खासकर गोड्डा, चतरा, चाईबासा और पलामू सीट के लिए कई दावेदार हैं। क्षेत्रीय दलों में सबसे बड़ी पार्टी होने के कारण झामुमो इसी शर्त पर लोकसभा की कम सीटों पर समझौता कर सकता है कि उसे विधानसभा में निर्विवाद रुप से ज्यादा सीटें मिले। झाविमो की भी नजर विधानसभा की ज्यादा से ज्यादा सीटों पर है। लेकिन झामुमो को आशंका है कि लोकसभा में कांग्रेस के लिए ज्यादा सीटें छोड़ने के बावजूद कहीं विधानसभा चुनाव में उसे धोखा नहीं खाना पड़े। कांग्रेस पर दबाव की राजनीति के तहत शिबू सोरेन ने झामुमो के स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने की बात कही है। झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं। पिछले चुनाव में 12 पर भाजपा और दो पर झामुमो ने जीत दर्ज की थी। 2019 में अधिक से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए सभी दलों ने तैयारी शुरु कर दी है। भाजपा बूथ स्तर तक कमेटी मजबूत करने में जुटी है, तो विपक्षी पार्टियां भाजपा के बढ़ते कदम को रोकने के लिए एका की बात कर रही हैं।

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