सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कड़े कानून (Liquor Prohibition Law) को सख्ती से लालू किये जाने और शराबी पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी के आदेश को लेकर एक बार फिर से सियासत गरमा गई है. नीतीश के इस फरमान को लेकर आरजेडी और विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि राज्य में शराबबंदी पूरी तरह से फेल हो गई है. शराबबंदी के नाम पर पुलिस कर्मियों पर ही कार्रवाई क्यों?कार्रवाई सभी पर होना चाहिए, चाहे वो किसी भी विभाग के हों.
RJD प्रवक्ता एज्या यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री शराबबंदी के नाम पर पुलिसकर्मियों को बलि का बकरा बना रहे हैं. अब इनसे कुछ नहीं होने वाला है. पार्टी के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ अब बयानों के लिये जाने जा रहे हैं. इनके एक भी आदेश का अनुपालन राज्य में नही हो रहा है. शराबबंदी पूरी तरह फेल हो चुकी है. बर्खास्तगी की कार्रवाई करनी है तो सभी पर करें, चाहे वो किसी भी विभाग के कर्मचारी हों. केवल पुलिस वालों को ही क्यों कार्रवाई के घेरे में लिया जा रहा है.
JDU प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि हमारी सरकार की यही खासियत (USP) है. हम जो भी कानून बनाते हैं, उसे सख्ती के साथ लागू करते हैं. सिर्फ दिखावे के लिये बात नहीं करते. BJP नेभी नीतीश कुमार के फैसले का स्वागत किया है.. बीजेपी के नेता पथ निर्माण मंत्री नितिन नविन ने कहा कि कहते हैं ना कि तालाब में एक गंदी मछली हो तो पूरे तालाब को सड़ा देती है, इसलिये नीतीश कुमार ने यह निर्णय लिया है.लेकिन विपक्ष के नेता तो खुद अवैध शराब के कारोबार में लिप्त हैं इसलिए उनके पेट में दर्द हो रहा है.