भड़क गये हैं ‘पीके’, नीतीश को दी नसीहत, उनको याद कीजिए जिन्होनें 2015 जितवाया था’
सिटी पोस्ट लाइवः जेडीयू ने राज्यसभा में सिटीजन अमेंडमेंट बिल (सीएबी) समर्थन कर दिया है। जेडीयू के इस फैसले का पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने खुलकर विरोध किया है। प्रशांत किशोर ने जेडीयू को नसीहत दी है कि ऐसा फैसला लेने से पहले उसे 2015 बिहार विधानसभा चुनाव को याद करना चाहिए था जब लोगों ने भरोसा कर इतनी बड़ी सफलता दिलायी थी। ऐसा रहा तो कोई भी मैनेजर जेडीयू को फायदा नहीं पहुंचा पाएगा।’
जाहिर है पार्टी के फैसले को लेकर प्रशांत किशोर नाराज हैं। इससे पहले भी जब जेडीयू ने लोकसभा में इस बिल का समर्थन किया था तो प्रशांत किशोर ने पार्टी के फैसले पर असहमति जतायी थी। उन्होंने कहा था कि यह फैसला पार्टी के संविधान के खिलाफ है। क्योंकि पार्टी के संविधान के पहले पन्ने पर तीन बार धर्मनिरपेक्षता शब्द का जिक्र है।
आपको बता दें कि जेडीयू ने लोकसभा में जब इस बिल का समर्थन किया था तो प्रशांत किशोर, पवन वर्मा, एनके सिंह, गुलाम रसूल बलियावी ने पार्टी के फैसले पर असहमति जतायी थी। प्रशांत किशोर ने तो इस फैसले को पार्टी के संविधान के खिलाफ बताया था। राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने बिल का समर्थन कर यह मैसेज दे दिया कि प्रशांत किशोर और अन्य की बातों का सीएम नीतीश पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. आरसीपी सिंह ने आज राज्यसभा में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया
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