पटना मेट्रो को कैबिनेट की हरी झंडी, बनेंगे 24 स्टेशन, 1700 करोड़ की लागत कम हुई
सिटी पोस्ट लाइव : अब बिहार इ राजधानी पटना में मेट्रो रेल का रास्ता साफ़ हो गया है. आज कैबिनेट ने इस प्रोजेक्ट पर मुहर लगा दी है. पटना मेट्रो रेल का प्रोजेक्ट्स बनाने वाली एजेंसी राइट्स लिमिटेड ने पटना मेट्रो का संशोधित डीपीआर नगर विकास विभाग को सौंप दिया है. अब इसमे बहुत तबदीली कर दी गई है. इस तब्दीली से इस प्रोजेक्ट्स की लागत सत्रह सौ करोड़ कम हो गई है. हाईकोर्ट और इनकम टैक्स चौराहे के पास अब दो की जगह केवल एक स्टेशन ही बनेगा. एक स्टेशन कम होने से मेट्रो की लागत करीब 1700 करोड़ रुपए कम हो गई.
पटना मेट्रो के अंतर्गत दो कॉरिडोर बनाए जाएंगे. पहला कॉरिडोर दानापुर से मीठापुर 16.94 किलोमीटर का होगा तो दूसरा कॉरिडोर पटना जंक्शन से लेकर न्यू आईएसबीटी तक 14.45 किलोमीटर का होगा.पटना जंक्शन एक इंटरचेंज स्टेशन होगा, जहां लोग एक कॉरिडोर से उतरकर दूसरे कॉरिडोर के लिए मेट्रो पकड़ सकेंगे. इस जंक्शन पर एक स्टेशन अंडरग्राउंड जबकि दूसरा एलीवेटेड होगा.पहला कॉरिडोर (ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर) – इस रूट में दानापुर, रूपसपुर, सगुना मोड़, राजा बाजार, गोल्फ क्लब, चिड़ियाखाना, रूकुनपुरा, विकास भवन, विद्युत भवन, जंक्शन, मीठापुर बस स्टैंड आदि मेट्रो स्टेशन होंगे. ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर की लंबाई 16.94 किमी होगी. इसमें 5.49 किमी एलीवेटेड और 11.21 किमी अंडरग्राउंड होंगे. इस कॉरिडोर में स्टेशनों की संख्या 12 होगी.
दूसरा कॉरिडोर (नार्थ-साउथ कॉरिडोर) – इस रूट में पटना जंक्शन, पटना जंक्शन, आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पीयू, प्रेमचंद्र रंगशाला, राजेन्द्र नगर टर्मिनल, एनएमसीएच, कुम्हरार, गांधी सेतु जीरोमाइल, आईएसबीटी आदि मेट्रो स्टेशन होंगे. नार्थ-साउथ कॉरिडोर की लंबाई 14.45 किमी होगी. इसमें 9.90 किमी एलीवेटेड और 5.55 किमी अंडरग्राउंड होंगे. इस कॉरिडोर में स्टेशनों की संख्या 12 होगी.अब बहुत जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर काम होगा .सरकार की कोशिश इसे 2024 से पहले पूरा देने की है.