बिहार चुनाव स्थगित करवाने के लिए जायेंगे सुप्रीम कोर्ट पप्पू यादव.

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव :  कोरोना संकट की महामारी के बीच चुनाव कराने का विरोध RJD तो कर ही रही है.अब सभी विपक्षी पार्टियाँ भी कोरोना के संक्रमण को देखते हुए चुनाव टाल देने की मांग कर रही हैं.चुनाव को लेकर सबसे ज्यादा डरे सहमे दो नेता हैं.एक RJD नेता तेजस्वी यादव और दुसरे पप्पू यादव.पप्पू यादव लगातारसंक्रमण  के खतरे से बेपरवाह दिख रहे हैं.वो लगातार बिहार में घूम रहे हैं.लोगों से मिल रहे हैं. वो न तो मास्क का इस्तेमाल करते हैं और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हैं.लेकिन उन्हें भी संक्रमण केबीच चुनाव की तैयारी रस नहीं आ रही है.

जाप पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में जाप संरक्षक पप्पू यादव ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि बिहार चुनाव स्थगित करवाने के लिए वे सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे.पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बोला कि बिहार में कोरोनावायरस के मामले रोज़ तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में बिहार में विधानसभा चुनाव कराने का कोई औचित्य नहीं हैं. आम जनता के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए मैं भारतीय निर्वाचन आयोग से अपील करता हूँ कि चुनाव को कुछ समय के लिए टाल दिया जाये. चुनाव तभी होना चाहिए जब कोरोना का कोई खतरा नहीं होना चाहिए. यदि चुनाव स्थगित नहीं किये गए तो हम सुप्रीम कोर्ट जायेंगे.

नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि “2015 के चुनाव में वोट चाहिए था तो नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव से गठबंधन कर लिया और अब 15 साल के जंगल राज का डर दिखा रहे हैं. क्या उस वक्त नहीं मालूम था कि लालू प्रसाद के राज में अपराधियों को संरक्षण मिल रहा था ? नीतीश कुमार को सिर्फ सत्ता की चाहत है. इसके लिए वो किसी भी पार्टी से गठबंधन कर सकते हैं. उन्होंने गरीबों और मजदूरों को लॉकडाउन के दौरान उनके हाल पर छोड़ दिया. मजदूरों के पास न अनाज था और न ही पैसे थे फिर भी उनकी चिंता नहीं की.”

राज्य की कानून व्यवस्था पर उन्होंने कहा कि, “सिर्फ सुशासन का राग अलापने से कानून व्यवस्था सुदृढ़ नहीं हो जाती. हर रोज़ हत्या, बलात्कार, लूट की खबरें सामने आ रही है. अपराध का ग्राफ लगतार बढ़ता जा रहा है. राजधानी पटना में व्यापारी वर्ग अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करता. दूसरे जिलों की बात तो छोड़ ही दीजिए. यदि हम इस बार सत्ता में आते हैं तो हमारी तीन मुख्य प्राथमिकताएं होगीं – बेटियां रात के बारह बजे भी निर्भीक होकर घूम सकेंगी, राज्य से पलायन नहीं होगा तथा अपराधियों का डर और खौफ ख़त्म होगा.“

पप्पू यादव ने  कहा कि, “चाहे चमकी बुखार हो या पटना में जलजमाव, सीएए-एनआरसी का विरोध करना हो या लॉकडाउन के दौरान गरीब जनता के बीच राशन बांटना हो. हमारी पार्टी हर मुसीबत में लोगों के बीच रही और करोड़ों लोगों की मदद की. इन बुरे हालातों में सत्ता पक्ष के नेता तो गायब रहे ही साथ ही विपक्ष के नेता भी अपने-अपने घरों में कैद रहें. इस बैठक में राष्ट्रीय महासचिव एज़ाज अहमद, प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, प्रदेश प्रधान महासचिव सूर्यनारायण सहनी, अवधेश कुमार लल्लू, राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा और बिहार के सभी 38 जिलों के पार्टी जिलाध्यक्ष शामिल हुए.

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