सिटी पोस्ट लाइव : जन अधिकार पार्टी (जाप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया बजट थकाऊ, पकाऊ, उबाऊ और बिकाऊ है। पेट्रोल पर 2.5 और डीजल पर 4 रुपए सेस बढ़ा दिया गया है। अंतराष्ट्रीय बाज़ार में आज कच्चे तेल की कीमत कम है, लेकिन फिर भी सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि किए जा रही है। यह देश के मिडिल क्लास की कमर तोड़ने जैसा है।
केंद्र सरकार पर चुटकी लेते हुए पप्पू यादव ने कहा कि अब सरकार ऐसा क्या कमाल करने वाली है कि जीडीपी 23.9 से 11 फीसदी हो जाएगी? इस बजट में ना रोज़गार सृजन की बात है, ना शिक्षा, कृषि और स्वास्थ्य की। सिर्फ बेचने की बात की गई है। पीएसयू, एयरपोर्ट, वेयरहाउस सभी को बेचा जा रहा है। बिजली ट्रांसमिशन लाइन पूंजीपतियों को दिया जा रहा है। अब किसानों को बिजली सब्सिडी भी नहीं मिलेगी। सरकार की योजना देश बेचने की है.
पप्पू यादव ने आगे उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण प्रवासी श्रमिक सबसे अधिक प्रभावित हुए लेकिन इस बजट में उनके राहत के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। उनके आवास और रोजगार पर कोई चर्चा नहीं हुई। बजट को चुनावी बजट करार देते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि इस बजट को बंगाल, असम, केरल और तमिलनाडु में होने वाले चुनावों को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है। इसलिए इन राज्यों को फायदा पहुंचाया गया और बिहार जो
कई वर्षों से विशेष पैकेज की मांग रहा है, उसे इस बार भी कुछ नहीं मिला।
बिहार के लिए विशेष पैकेज की मांग को दोहराते हुए पप्पू यादव ने कहा कि पूंजी के अभाव में जो कुछ कारखाने बचे हुए थे, वो भी बंद हो रहे हैं। बिहार में बंद पड़े कारखानों को खोलने के लिए विशेष पैकेज की आवश्यकता है। सीएम नीतीश कुमार ने विकास वाले बजट की बात की थी लेकिन यह बजट विनाश वाला है। रीगा चीनी मिल का जिक्र करते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि मैंने इस पर कृषि मंत्री से बात की है और सीएम से भी समय मांगा है। यदि 20 तारीख तक कुछ नहीं हुआ तो हमारी पार्टी चीनी मिल में सत्याग्रह पर बैठेगी।