बिहार बंद के नाम पर जाप समर्थक उतरे गुंडागर्दी पर, सड़क पर भांज रहे लाठी

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव: बिहार बंद को सफल बनाने के लिए आज सुबह से बंद समर्थक सड़क पर उतर गए. जब समर्थन नहीं मिला और लोग सडकों पर आते जाते दिखे तो बंद समर्थक आपे से बाहर हो गए. जाप समर्थकों ने  खुल्लेयाम सड़क पर गुंडागर्दी शुरू कर दी है .. वाहनों के ऊपर लाठी-डंडे बरसा रहे हैं. लोगों पर लाठियां भांज रहे हैं. पटना मसौढ़ी रोड, दीदारगंज टोल प्लाज़ा के पास एनएच 30 को जाम कर दिया. आनेजाने वाले वाहनों पर जमकर लाठी बरसाई. दर्जनों वाहनों के शीशे तोड़ डाले . सड़क पर जहाँ तहां आग लगाकर जाम कर दिया. ये कैसा बंद है ?  जनता के लिए जनता द्वारा जनता के हित के लिए किये गए बंद के बहाने जनता के साथ ऐसी गुंडागर्दी क्यों?गौरतलब है कि  बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर जन अधिकार पार्टी ने आज बिहार बंद का आयोजन किया है. पार्टी के कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतर आये हैं. राजधानी पटना समेत राज्य के कई हिस्सों में बंद के दौरान सड़क जाम, आगजनी और वाहनों में तोड़फोड़ किये जाने की खबर आ रही है. पार्टी के संयोजक और सांसद पप्पू यादव भी पटना में अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ  सड़क पर उतर गए हैं. जाप कार्यकर्ताओं ने हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और जहानाबाद ,सहरसा,मधेपुरा और पुरनिया में भी जमकर उत्पात मचाया है.

गंगा ब्रिज थाना के गरदनीया चौक जाम किए जाने के कारण महात्मा गांधी सेतु पर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी है. सेतु की ओर आने-जाने मार्ग पर परिचालन ठप हो गया है. जगह जगह पर बंद समर्थकों ने टायर जलाकर आगजनी की और सड़क जाम कर दिया है. सड़क को जाम कर , टायर जलाकर आगजनी करते हुए केंद्र सरकार व राज्य सरकार के खिलाफ जाप समर्थक नारेबाजी कर रहे हैं.

आरा में जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और स्टेशन रोड को त्रिभुवानी मोड़ के पास जाम कर दिया. बिहार के अन्य हिस्सों से भी बंद को लेकर जाम और प्रदर्शन की खबर है. जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव सांसद ने बिहार बंद की पूर्व संध्या पर मुजफ्फरपुर में कहा था कि 10 साल के यूपीए और 10 साल के एनडीए शासन में लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार बारी-बारी से शामिल रहे लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिला सके.उन्होंने बिहार के हित के सवाल पर सात जुलाई के बिहार बंद को लोगों से सफल बनाने की अपील की थी. सांसद ने कहा कि 18 जुलाई से होने वाले मानसून सत्र को बिहार के विशेष राज्य का दर्जा सहित महिलाओं के मान-सम्मान की रक्षा और बिहार के बाढ़ और गिरती शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था के मुद्दे पर चलने नहीं दिया जाएगा.

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