सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड सरकार की नई नियोजन नीति को रद्द करने की मांग को लेकर बुधवार को भाजपा विधायकों ने विधानसभा मुख्य द्वार पर जोरदार हंगामा और धरना प्रदर्शन किया। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार की नियोजन नीति युवाओं के साथ छलावा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हिंदी साहित कई अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को इसमें नहीं रख गया है वह गलत है।
बुधवार को भाजपा के विधायक सदन के बाहर धरने पर बैठ गए। भाजपा विधायक नमाज पढ़ने के लिए कमरा आवंटित करने के फैसले को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा भाजपा के सभी विधायक सरकार से नियोजन नीति पर भी चर्चा करने की मांग कर रहे हैं। धरना पर बैठे भाजपा के विधायकों ने कहा कि हेमंत सरकार विकास के मुद्दे से भटकाने का काम किया है। पहले इस्लाम तुष्टिकरण का काम कांग्रेस, जदयू जैसी पार्टी करती थी। लेकिन अब विधानसभा अध्यक्ष ने किया है। विधायकों ने कहा कि जिस तरह स्पीकर ने इस्लाम धर्म का महिमामंडन करने का काम किया है। वह लोकतंत्र के खिलाफ है। इस दौरान भाजपा के विधायक हेमंत सरकार से तुष्टीकरण करना बंद करें आदि नारे भी लगा रहे हैं। विधानसभा में नमाज पढ़ने का काम करना बंद करो।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमन्त सरकार जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है, तब तक इसी तरह धरने पर बैठ कर अपना विरोध जताएंगे। आज राज्य में बेरोजगारी चरम पर है। सरकार ने ऐसी नियोजन नीति लाई है जिसे झारखंड के लोगों की जगह बाहरी लोगों को नौकरी मिलेगी। हम कार्य स्थगन प्रस्ताव लाकर यही मांग करना चाहते थे कि सरकार नियोजन नीति, बेरोजगारी जैसे ज्वलंत मुद्दे को सदन के पटल पर चर्चा कराए। लेकिन स्पीकर ने इसकी जगह एक धर्म विशेष के लोगों को नमाज के लिए कमरा आवंटित कर दिया जो की पूरी तरह से गैर संवैधानिक है।
देवघर के विधायक नारायण दास ने बाबा बैद्यनाथ सहित राज्य के सभी धार्मिक स्थल खोलने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। भाजपा विधायक अपनी मांगों को लेकर लगातार विरोध कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा विधायकों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो पार्टी न्यायालय की शरण लेने में भी पीछे नहीं हटेगी। इस अवसर पर विधायक नीरा यादव, अनंत ओझा, बिरंची नारायण, अमित मंडल, समरी लाल सहित अन्य विधायक उपस्थित थे।