सिटी पोस्ट लाइव : अब ओबीसी को लेकर दिल्ली से बड़ी खबर आ रही है.खबर के अनुसार 2021 में देश की जो जनगणना होगी, उसमें इस बार ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) की भी गिनती शामिल होगी. पहली बार ओबीसी की विशेष रूप गिनती होगी. इसके तहत ओबीसी में आनेवाली सभी जातियों के आंकड़े जुटाए जाएंगे. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में शुक्रवार को समीक्षा बैठक की. इस बैठक में वर्ष 2021 में होनेवाली जनगणना की समीक्षा की गई. इस समीक्षा बैठक में गृह राज्य मंत्री के अलावा विभाग से जुड़े अधिकारी भी शामिल थे. समीक्षा बैठक के बाद गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया कि वर्ष 2021 में जो जनगणना होगी, उसकी पूरी प्रक्रिया तीन साल के भीतर ही अंतिम रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी. मंत्रालय के अनुसार पहले जनगणना में 7 से 8 साल लग जाते थे. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. इसके लिए नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा.
जानकारी के अनुसार गृह विभाग ने जनगणना को लेकर पूरा ड्राफ्ट तैयार कर लिया है. तीन साल में कैसे गणना का काम पूरा होगा, उस पर भी वर्क आउट लगभग हो गया है. इसके लिए 25 लाख लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है. इस बार घरों, गांवों और वास क्षेत्रों की गणना में टेक्निकल के साथ ही सेटेलाइट मैपिंग को भी शामिल किया जाएगा.
वर्ष 2011 में करायी गयी जनगणना में सभी जातियों को शामिल किया गया था. लेकिन, अब तक उनके अंतिम आंकड़े सार्वजनिक नहीं किये गये हैं. इस आंकड़े को सार्वजनिक करने की मांग लगातार विपक्ष करता रहा है. आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने जेल जाने के पहले भी कई बार जातिगत आंकड़ों को जारी करने की मांग कर चुके हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी संख्या के आधार पर आरक्षण की बात कर चुके हैं. अब केंद्र ने अब पहली बार ओबीसी की गणना कराने का फैसला लिया है.