सिटी पोस्ट लाईव : आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के चर्चित “माय समीकरण” की काट बीजीपी के नेता केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने खोज लिया है .गिरिराज सिंह अपने इस नए “माय समीकरण “ के जरिये लालू यादव के मुस्लिम यादव समीकरण का काउंटर का सौ फिसदी दावा कर रहे हैं. गिरिराज सिंह अपने इस समीकरण की अहमियत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को समझाना चाहते हैं.लेकिन नीतीश कुमार उन्हें भाव ही नहीं दे रहे.गिरिराज सिंह का खुद का कहना है कि वो मुख्यमंत्री से मिलकर अपने इस फार्मूले को राज्य में लागू करवाना चाहते हैं लेकिन नीतीश कुमार से मिलने का मौका उन्हें नहीं मिल रहा .
आखिर गिरिराज सिंह का ये कौन सा “माय “ फार्मूला है जिसके अज्रिये वो लालू यादव के माय समीकरण के काट का दावा कर रहे हैं ?और क्या वजह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनसे नहीं मिल रहे हैं ? पहले सवाल का जबाब खुद गिरिराज देते हुए कहते हैं- यह आरजेडी की तरह जाति-धर्म से संबंधित राजनीतिक सूत्र नहीं है. यह गरीबी के खिलाफ मुहिम है. यह सभी जाति-धर्म के लोगों के लिए है. इस योजना को राज्य भर में लागू करने के लिए मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलना चाहता हूँ लेकिन इसके लिए वक्त नहीं मिल रहा है.
लेकिन मुख्यमंत्री क्यों नहीं मिल रहे गिरिराज सिंह से इसका अंदाजा आपको जेडीयू केनेताओं की प्रतिक्रिया से लग जाएगा .जेडीयू के नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास के लिए किसी से भी मिलने के लिए तैयार रहते हैं. गिरिराज सिंह तो केंद्रीय मंत्री हैं, उनसे वे क्यों नहीं मिलेंगे ? संजय सिंह ने कहा कि कहीं कोई गलतफहमी हुई है तो उसे दूर कर लिया जाएगा. उन्होंने चुटकी लेते हुए यह भी कहा कि गिरिराज सिंह मीडिया के डार्लिंग हैं, उन्हें पता है कि मीडिया में कैसे रहना है ? जाहिर है गिरिराज के इस फार्मूले को जेडीयू के नेता नीतीश कुमार को चिढाने की कोशिश के रूप में देख रहे हैं और शायद इसीलिए गिरिराज को सीएम से मिलने का मौका नहीं मिल पा रहा है..