सीएबी पर देश से माफी मांगे नीतीश कुमार, 2020 में भुगतना पड़ेगा खामियाजा’
सिटी पोस्ट लाइवः नागरिकता संशोधन बिल का जेडीयू ने राज्यसभा में भी समर्थन कर दिया है। पार्टी के कई नेता इस फैसले के विरोध में खड़े दे रहे हैं। प्रशांत किशोर, पवन वर्मा, एनके सिंह और गुलाम रसूल बलियावी के बाद पूर्व कृषि मंत्री और जेडीयू नेता नरेन्द सिंह ने भी पार्टी के फैसले पर विरोध जताया है। सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्यूष से बातचीत करते हुए नरेन्द्र सिंह ने कहा कि मैं इस बिल का विरोधी हूं। जेडीयू के जिन नेताओं ने भी इसका समर्थन किया है वो गलत किया है। बिना पार्टी नेताओं की राय लिए हुए यह फैसला लिया गया है और यह फैसला गांधी और लोहिया के सिद्धांतों के खिलाफ है।
नरेन्द्र सिंह ने कहा कि इस फैसले के लिए नीतीश कुमार को देश से माफी मांगनी चाहिए वर्ना उनको समाजवादी कहलाने का कोई अधिकारी नहीं होगा। जेडीयू सांसद ललन सिंह पर निशाना साधते हुए नरेन्द्र सिंह ने कहा कि उन्होंनेे लोकसभा में जो कुछ भी कहा है वह चापलूसी है। जेडीयू का फैसला पार्टी के मूल नीतियों के भी खिलाफ है। भाजपा के द्वारा देशव्यापी हिन्दु मुस्लिम के विरोध जो तनाव पैदा करने की साजिए है नागरिता संशोधन बिल उसी की एक कड़ी है।
नरेन्द्र सिंह ने प्रशांत किशोर, पवन वर्मा, एनके सिंह और गुलाम रसूल बलियावी को बधाई देते हुए कहा कि मैंने इन लोगों की बात सुनी है और इनको बधाई देता हूं। ये लोग पार्टी के मूल सिद्धांत पर अब भी अड़े हुए हैं। देश की जनता और जेडीयू के कार्यकर्ता इस बिल के विरोध में हैं। यह बिल हिन्दुस्तान को धर्म और जात के नाम पर बांटने वाला है। बीजेपी ऐसे बिल के माध्यम से हीं बेरोजगारी, गरीबी, किसानों की समस्यसाओं से ध्यान हटाना चाहती है। इस बिल के समर्थन से नीतीश कुमार के धर्मनिरपेक्ष छवि को भी धक्का लगा है। इस फैसले का 2020 के विधान सभा चुनाव में जेडीयू को खामियाजा भुगतना पड़ेगा।