सिटी पोस्ट लाइव : कई वर्षों से गंगा की साफ़ सफाई के लिए अरबों रूपये खर्च किये जा चुके हैं. लेकिन स्थिति अब तक पहले जैसी ही बनी हुई है. एक बार फिर केंद्र की सरकार गंगा की सफाई के लिए 20 हजार करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है. केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने दावा किया है कि मार्च 2019 तक 70 से 80 फीसदी गंगा निर्मल हो जाएगी. उन्होंने कहा कि देश के 70 शहर गंगा को प्रदूषित कर रहे हैं, इसमें बिहार के 32 शहर शामिल हैं. यहां नमामि गंगे अभियान के तहत विशेष तरह की परियोजनाएं संचालित होंगी.
बता दें केंद्र ने बिहार में नमामि गंगे परियोजना चलाने वाली है, जिससे 32 शहरों के गंगा घाटों का कायाकल्प होने के आसार हैं. परियोजना से घाटों का पक्कीकरण, संपर्क पथ, कम्युनिटी टॉयलेट, चेंजिंग रूम और पार्क समेत अन्य तरह की सुविधाएं विकसित होंगी. नमामि गंगे के तहत विकसित की जाने वाली सभी सुविधाओं के निर्माण कार्य खर्च केंद्र सरकार उठाएगी. उन्होंने बताया कि गंगा सफाई के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. राशि की कमी नहीं है. फिर भी शीघ्र ही राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक और विधान पार्षद को पत्र लिखकर गंगा सफाई के लिए एक माह वेतन देने की अपील करेंगे.
बिहार में चलने वाली नमामि गंगे परियोजना में शामिल होंगे ये शहर
- पटना
- कहलगांव
- बड़हिया
- दानापुर
- फतुहा
- बख्तियारपुर
- हाजीपुर
- छपरा
- बक्सर
- दिघवारा
- सोनपुर
- रिविलगंज
- भागलपुर
- आरा
- बेगूसराय
- मुंगेर
- सुलतानगंज
- नवगछिया
- बाढ़
- मोकामा
- फुलवारीशरीफ
- खगौल
- जमालपुर
- कटिहार
- मनिहारी
- बीहट
- डुमरांव
- लखीसराय
- महनार
- तेघड़ा
- खगडिय़ा
- मनेर